योगेश गवरी
नगर के समीप रतनपुरा आदिवासी जननायक टंट्या भील के शहादत दिवस पर धार जिले की सरदारपुर तहसील के ग्राम रतनपुरा मे समाजजनों द्वारा टंट्या भील के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया एवं उनके संघर्ष को याद कर देश की आजादी में उनके योगदान एवं साहूकारों के खिलाफ उनकी लड़ाई को याद किया गया गांव के तड़वी आदरणीय मांगीलाल डामर द्वारा माल्यार्पण किया गया जिसमें मोहन परमार ने अपने उद्बोधन में कहां की टंट्या मामा की लड़ाई इस देश की लड़ाई थी गरीब, वंचित, आदिवासी और किसानों के हक के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी, जल जंगल जमीन को बचाने की लड़ाई टंट्या भील की लड़ाई थी टंट्या भील के विचार आज भी हमारे समाज के लिए आदर्श थे उन्होंने आदिवासी समाज को एक नई राह प्रदान करने का कार्य किया और नईऔरगौरव हमारे लिए गौरव की बात है कि गरीब घर में पैदा होने के बावजूद टंट्या भील ने अपने समाज और राष्ट्र की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों के सामने कभी घुटने नहीं टेके ! हम सभी आदिवासी समाज कि जिम्मेदारी हैं की आज हमारे टंट्या मामा के विचारों को गांव गांव तक पहुंचाया जाएं, जन-जन तक उनकी वीरता का गुणगान होना चाहिए कार्यक्रम में उपस्थित जनपद पंचायत सदस्य प्रकाश परमार द्वारा भी जननायक टंट्या मामा के विचारों पर अपना विचार रखें लालू मावी, मदन वसुनिया, लक्ष्मण मावी, भाना मावी, कृष्ण हटीला, भंवर परमार , शंकर भूरिया , अरुण मावी, अजय मावी, शुभम, गोविंद, जंगू सिंह, गोविंद हटीला, हरिओम मावी आदि उपस्थित रहे