रिंगनोद से योगेश गवरी की रिपोर्ट
रिंगनोद नगर के आदिवासी मांगलिक भवन का निर्माण कार्य विगत 2018 से आज तक अधूरा पड़ा पंचायत राज संचालनालय मध्यप्रदेश भोपाल के अंतर्गत 20 लाख की स्वीकृति थी जिसमें से नौ लाख अंठानवे हजार नौ सौ पैतालीस(9,98,945)रुपये निकाले गए फिर भी आज तक कार्य अधूरा पड़ा पूर्व धार कलेक्टर डॉ पंकज जैन 30 सितंबर 2022 मुख्यमंत्री जन सेवा सिविर के अन्तर्ग रिंगनोद दौरे पर आए थे तो आदिवासी समाज जनों ने मांगलिक भवन को लेकर अवगत करवाया था जिसमे कलेक्टर ने जनपत सीईओ शैलेंद्र शर्मा को तत्काल प्रभाव से जाँच करने के निर्देश दिए थे,
मांगलिक भवन का निर्माण कार्य 2018 को प्रारम्भ हुआ था और 2019 तक पूर्ण करना था परन्तु आज तक इसका कार्य अधूरा पड़ा आधी दीवार बन गई और आधी अधूरी पड़ी हुई है बीम कॉलम भी अधूरे है इसमें खिड़की दरवाजे लोह धातु के है जो कि वर्षा के जल से लगातार सड़ रहे हैं खुले हुए सरिए भी सड़ रहे हैं कई दीवारो से ईंटे गिर रही है कार्य अस्त व्यस्त पड़ा हुआ है।
सब इंजीनियर बबिता राज ने कहा कि निर्माण कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत सरपंच सचिव के हाथों में थी पर बोलने के बाद भी उन्होंने कार्य नही किया, ये जिम्मेदारी सरपंच सचिव की थी पर उन्होंने कार्य नही किया
पूर्व सरपंच सचिव की अनदेखी में आज तक निर्माण कार्य अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ है, जिससे आदिवासी समाज जन परेशान हैं इनका कहना है कि जल्द से जल्द अधुरे कार्य को पुनः प्रारम्भ किया जाए।