दिलीप सिंह भूरिया
अलीराजपुर जिले के शिक्षा विभाग और ठेकेदार की मिली भगत से निर्माणधीन ग्राम पंचायत बंद में एक निर्माणाधिक भवन घटिया सामग्री के प्रयोग से निर्माण से पहले ही जर्जर होकर गिरने को है साथ ही भवन में जिस भी ठेकेदार ने निर्माण किया होगा वह निर्माण में घटिया सामग्री और घटिया तकनीकी से निर्माण किया जिससे भवन पूर्ण होने से पहले ही भवन की दीवारों ने दरार और वह कभी भी गिर सकती है जिससे कोई बड़ी जनहानि हो सकती है ।अलीराजपुर जिले में जिस भी विभाग को देखो और उनके अधिकारियों को देखी आदिवासी क्षेत्र के विकाश के लिए आई करोड़ों रुपए की राशि का भ्रष्टाचार कर अपनी तिजोरी भरने का काम किया जाता है ।अलीराजपुर के चारो ओर कोई भी निर्माण कार्य होता है वह कार्य निर्माण से पूर्व ही अधिकारी और कर्मचारी और निर्माण कार्य करने वाला ठेकेदार कमिसन के खेल में उलझकर अपनी घटिया रीति नीति से भवन का निर्माण भी घटिया तरीके से करने के कारण जिले भर में हर भवन घटिया तरीके से और घटिया निर्माण हो रहे है ।जिले के जिला कलेक्टर महोदय जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी जिनमे बीईओ बीआरसी और जनशिक्षको की जवाबदारी होती है की शिक्षा विभाग के द्वारा बनाई जाने वही प्रत्येक बिल्डिंग और भवन को अपनी निगरानी में निर्माण करवाया जावे चाहे वह भवन कोई भी ठेकेदार बना रहा हो शिक्षा विभाग के अधिकारी एवम कर्मचारिया को विशेष ध्यान और निगरानी करनी चाहिए।अलीराजपुर शिक्षा विभाग के बंद के जो भी।अधिकारी या कर्मचारी है क्या उनका ध्यान नहीं है इस और या वह इस और ध्यान ही नही देना चाहते है की यह भवन मजबूत बने और इसका निर्माण ईमानदारी से ठेकेदार करे।क्या इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने भवन निर्माण स्थान का निरीक्षण किया भी नही यह प्रश्न उठ रहा है ।