सटोरियों का माया जाल आज की युवा पीढ़ी को धकेल रहा सट्टे के दलदल में।
जोबट नगर बनता जा रहा सट्टे का गढ़।
कार्यवाही नही होने से सट्टा खाईवालो के हौसले बुलंद।
वॉइस ऑफ झाबुआ
अब तो कहावत भी झूटी पड़ने लगी है पहले कहते थे कि कानून के हाथ लंबे होते हे मगर साहब जोबट नगर में तो कुछ और ही चल रहा है अब तो अवैध व्यापार चलाने वालों तक को नही पकड़ पा रही पुलिस , तो अवैध सट्टे ने तो जोबट नगर को गढ़ बना कर रख दिया है कोने कोने में सट्टा लिखा जा रहा है जिसकी लत में आज की युवा पीढ़ी जिनको हम देश का भविष्य कहते है वह डूबती जा रही है देश के भविष्य को नकारते हुए , पुलिस प्रशासन नही करता कार्यवाही नशे ओर सट्टे के दलदल में खुद ही प्रशासन धकेल रहा युवा पीढ़ी को , क्यों सटोरियों के आगे नतमस्तक दिख रहा है पुलिस प्रशासन फ्लैग मार्च का भी कोई मतलब नही साहब जब अवैध धंदो को नही रोक पा रहे हो आप कही – सुना है की इन सटोरियों को जब पुलिस पकड़े जाती है तब नेता नगरी भी इनको छुड़वाने में लग जाती है कही ना कही अवैध धंधों को बढ़ावा देने में कुछ नेता भी है जो युवा पीढ़ी को शून्य से शिखर तक तो नही शिखर से शून्य पर लाने में लगे है तो कहा से जिले की साक्षरता दर बढ़ेगी नेताजी , वही पुलिस भी अपनी आँखों पर पट्टी बांधे बेठी है सोचने वाली बात तो यह है कि जब नगर के आंम लोगो को सट्टे की जानकारी है तो क्या पुलिस को अभी तक सटोरियों की क्या जानकारी नही है । या यह कार्यवाही नही करना चाहते – अब तो खबरों को भी नजरअंदाज करते है आला अधिकारी अपने मन के मनमौजी बन बैठे है अधिकारी उन्हें अब किसी का खोफ नही ।