@Voice ऑफ झाबुआ
वर्तमान युग में भ्रष्टाचार कहा नही हो रहा है?पंचायत से लेकर केंद्र सरकार तक में कोई कोई ना कोई भ्रष्टाचार सामने आ ही जाता है,बिना भ्रष्टाचार ना सरकार चलती हैं और नाही प्रशासन?जनप्रतिनिधि,अधिकारी या कर्मचारी हो या सरकारी तंत्र का छोटा प्यादा भी क्यों ना हो भ्रष्टाचार तो करता ही हे,भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं होती जितना काम होगा उतना दाम तय होता है।
पंचायत का निजी ऑपरेटर सरेआम लूट रहा आमजन को
लोकतंत्र की सबसे इकाई जिसको पंचायत कहते है उसकी भूमिका देश के लिए महत्वपूर्ण होती है,परंतु लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई पंचायत में आज भी भ्रष्टाचार का खूब खेल चल रहा है,मामला झाबुआ जिले के थांदला तहसील के खवासा से समीप पंचायत भामल का है जहा पर भामल पंचायत के कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कटारा द्वारा आईडी बनवाने के नाम से खुलेआम पैसे मांगे जा रहे हे वही,वही कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कटारा द्वारा चार सो रुपए सामने वाले को देना पड़ता हे और 50रुपए में रखता हु तब जाकर आईडी बनती है अगर कम पैसे देंगे तो नाम उड़ भी सकता है उसके बाद फिर पैसे देकर नई आईडी बनानी पड़ेगी,इसलिए 50रूपए कम देकर 450 दे देना और में बना दूंगा,भामल पंचायत में दो माह से पंचायत के निजी ऑपरेटर संतोष कटारा द्वारा जब सामान्य व्यक्ति से पैसे मांग की जा रही हे तो अशिक्षित व्यक्तियों से कितने पैसे लेता होगा ये तो वो ही जाने,परंतु आईडी के नाम से 500रुपए लेने वाले संतोष कटारा के ऊपर क्या कार्यवाही होगी ये तो वो ही जाने परंतु एक बात तय है की भ्रष्टाचार के खेल में गरीब,अशिक्षित परिवार को हमेशा बली का बकरा बनना ही पड़ेगा,उक्त मामले को लेकर कई ग्रामीण द्वारा शिकायत करने पर पंचों द्वारा निजी कंप्यूटर संतोष कटारा को पंचायत से बाहर का रास्ता दिखा दिया है परंतु उसके कारण पंचायत प्रमुख आग बबूला हो गए है।आईडी बनवाने के नाम से पेसो की मांग की रिकॉडिंग हमारे पास हे।
क्या बोले जिम्मेदार
मामले को लेकर जब अधिकारी से बात करना चाही तो उनका कहना था की पंचायत में निजी कंप्यूटर ऑपरेटर तो रखा ही नही है सभी जगह मोबिलाईजर ही कार्य कर रहे हे अगर ऐसा हे तो में देखती हु।
राधा डामर
जनपद सीईओ थांदला