करवड़ से विनोद शर्मा
बामनिया मे हुये रेल्वे फाटक पर ट्रक हादसे मे सुभाषचंद्र भंडारी ओर उनकी पत्नी मनोरमा भंडारी का देवलोक गमन हौ गया जिसने भी सुना यह हादसा तंग रह गया व पूरे गांव में और आसपास के गावो मे शोक की लहर छा गई सुभाष चंद्र भंडारी ने नेत्रदान करके दो व्यक्तियों को रोशनी का अमूल्य उपहार दिया इसमें गीता भवन न्यास समिति बड़नगर द्वारा सुभाष चंद जी भंडारी की आंखों का दान करके दो व्यक्तियों को रोशनी का अमूल्य उपहार दिया है