Voice of झाबुआ
पियूष राठौड़ झकनावदा
कहने को तो शासन अपने बजट का एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए खर्च करने का दावा करती है परंतु इन सरकारी दावों जमीनी हकीकत में एक बड़ा अंतर देखने को मिलता है जी हम बात कर रहे हैं झकनावदा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जो शासन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में तब्दील कर एक बड़ी सौगात क्षेत्र की जनता को दी। करोड़ों के बजट से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए बिल्डिंग में आवंटित की गई उसका काम भी प्रारंभ हो चुका है सरकार की मंशा है बिल्डिंग बनने के बाद क्षेत्र के करीब 5 दर्जन गांव के ग्रामीणों को भटकना नहीं पड़ेगा
ठेकेदार लगा रहा है सरकार की योजना पर पलीता
कहने को तो करोडो रुपए की बिल्डिंग जिसकी एजेंसी पिआयु को बनाया गया है परंतु ठेकेदार द्वारा रेत की जगह डस्ट लगाकर निर्माण कार्य किया जा रहा है और घटिया सीमेंट सहित पूर्ण रूप सेसे घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन शासन के नुमाइंदों को इनमें कोई कमी नजर नहीं आ रही है शासन की मंशा है कि बिल्डिंग वर्षों तक रहे परंतु विभाग के अधिकारी केवल अपना कमीशन लेने की मंशा रखते हैं ऐसा सिद्ध हो रहा है विभाग के एसडीओ ने आज तक उक्त भवन का मो मुवायना करना भी उचित नहीं समझा ग्रामीणों की मांग जो सामग्री ठेकेदार उपयोग कर रहा है उसकी जांच विधिवत लेब टेष्ट हो उसका पूरा मामला बाहर आ जाएगा और हमारा अस्पताल अच्छा बनेगा।