@वॉइस ऑफ झाबुआ
राजनैतिक सरगर्मियां अब तेज होने लगी है… अब जो लोगों के सामने झुकते नही थे वो अब मतदाताओं के चरणों में दिखाई देंगे….झाबुआ जिले में वोट बैंक का भी अच्छा खासा महत्व है… हिन्दु, मुस्लिम और ईसाइ का अलग अलग वोट बैंक भी अपना अच्छा महत्व रखता है…वहीं झाबुआ विधानसभा की बात करें तो…जेवियर मेडा जिन्हे ईसाइ समाज का अच्छा समर्थन होने के साथ साथ एक अच्छा वोट बैठक भी समाज का है जो हार जीत का फैसला करता है…जेवियर मेडा भी एक सफल राजनीतिज्ञ है लेकिन इस बार समाज में जनचर्चा है कि जैसे ही विधान सभा चुनाव आते है जेवियर मेडा वोट पाने के लिए ईसाइ बन जाते है…और अलाकमान भी ईसाइ वोट बैंक देख कर इन्हे मजबुत मान लेकिन है। मगर कांग्रेस आलाकमान को यह नही मालुम है कि आखिर धरातल पर है क्या? सुत्रो ंकी माने तो ईसाइ समाज इस बार पुरी तरह से जेवियर को नकार रहा है… पीछले चुनाव में भी समाज की तरफ से एक गोपनीय पत्र लिखा गया था कि जेवियर मेडा ईसाइ नही है… सुत्र तो ये भी बताते है कि एक बार इन्होने शराब के नशे में सर पर चप्पल मार अपने आप को ईसाइ होने से नकारा और ये कहा मेरा नाम जेवियर है लेकिन मे ईसाइ नही हुं… ये बात समाज को भी पता चली इसलिए इस बार जेवियर को समाज पुरी तरह से नकारने वाला है… जिसे लेकर आला कमान से भेंट करने ईसाइ समाज के कुछ वरिष्ठ भेंट करने भी जायेगे… जिस ईसाइ वोट बैंक को जेवियर अपना मानते है वो इस बार उनके समर्थन में ही नही है… और सुत्र बताते है कि अगर कांग्रेस सरकार जेवियर को टिकट देती है तो वो अन्य पार्टी को समर्थन करेंगे लेकिन जेवियर को वोट नही देंगे… अंदर खानों की खबर है कि चुनाव आते है और जेवियर ईसाइ बन कह खडा हो जाता है जब समाज परेशानी में होता है… तो आता तक नही है ऐसे में कोई इनको समर्थन क्यों करें। कांग्रेस आलाकमान भी धरातल पर आकर देखे कि किस तरह से कांग्रेस पार्टी को हराने में जेवियर की कितनी बडी भूमिका है… चाहे वो नगर पालिका, जिला पंचायत, जनपद या फिर पंचायत हो हर चुनाव में इन्होने दुसरें उम्मीदवार खडे कर कांग्रेस को चोट पहुंचाने की कोशिश की… मगर कांग्रेस आलाकमान सिर्फ ईसाइ वोट बैंक देख इनको मजबुत मानती है जबकि ऐसा नही है पीछली बार की तरह इस बार भी पुरी तरह से ईसाइ समाज जेवियर को नकारने वाला है… और कांग्रेस का भी समर्थन नही करने वाला है… ऐसे में कांग्रेस आला कमान धरातल पर जाकर देखे… आखिर कांग्रेस को चोट कहां मिलती है… कांग्रेस की हार का कारण क्या है… ईसाइ समाज भी इस बार कांग्रेस का समर्थन लगभग नही करने वाला है..! ये सब हम नही कह रहे है ये झाबुआ विधान सभा की जनता कि आम जनचर्चा है… हमने जो सुना उससे आपकों अवगत करवाया… जेवियर जी… बाकि अगले अंक में क्या धर्मातरण करवाने वाले किसका साथ देंगे…!