थांदला विद्युत विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मचारी एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए सोमवार को थांदला नई मंडी प्रांगण में थांदला तहसील क्षेत्र के आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे। कर्मचारियों ने अपने मांगों को लेकर बनाए गए आवेदन में कहा है कि
दिनांक 05.01.2023 को सभी संगठन प्रमुखों से सौहाद्रपूर्ण वातावरण में हुई विस्तृत चर्चा में यह निष्कर्ष निकाला गया था कि अधिकतर मांगे माननीय मुख्यमंत्री महोदय से स्तर की है एवं महोदय द्वारा चर्चा के दौरान म.प्र. में इंदौर में हो रहे प्रवासी भारतीय एवं इन्वेस्टर मीट को मद्देनजर रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री महोदय से 15 दिवस के अन्दर चर्चा कराकर मांगों के संबंध में सकारात्मक निर्णय लेने हेतु आश्वासन दिया गया था एवं आन्दोलन वापिस लेने का अनुरोध किया गया था। आपके द्वारा दिये गये आश्वासन को ध्यान में रखकर एवं आपका सम्मान करते हुये संगठन में शामिल सभी प्रतिनिधियों से 7- 8 घण्टे गहन विचार विमर्श कर सभी संगठन प्रमुखों के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराते हुए जो पत्र के साथ सलग्न है आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लेकर महोदय को लगभग रात्रि 09:40 बजे सूचित कर दिया गया था। परंतु बड़े ही खेद का विषय है कि 11 दिन बीत जाने के बाद भी महोदय आपके द्वारा संगठन के साथ मुख्यमंत्री महोदय की बैठक की तिथि निर्धारण नहीं कराते हुए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है दिनांक 15/01/2023 को पुनः संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई जिसमें निर्णय लिया गया कि यदि 20 जनवरी के पूर्व माननीय मुख्यमंत्री महोदय के साथ सकारात्मक चर्चा कर मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो 21 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल के लिए सभी विदयुत अधिकारी कर्मचारी मजबूर होंगे अतः महोदय से अनुरोध है कि आश्वासन अनुसार माननीय मुख्यमंत्री महोदय से समय प्राप्त कर दिनांक सहित म.प्र. विदयुत अधिकारी / कर्मचारी कल्याण संघ, म.प्र. वि. में तकनीकी कर्मचारी संघ, म.प्र. बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संघ, म.प्र. वाह्य स्त्रोत विदयुत कर्मचारी संगठन को सूचित करने का कष्ट करें जिससे संगठन के सभी सदस्यों का शासन, प्रशासन एवं नेतृत्व के प्रति विश्वास बना रहे।