थांदला नगर जिसके एक तरफ 35 किलोमीटर दूर गुजरात बॉर्डर गांव के रास्ते से होकर शुरू हो जाती है वहीं दूसरी तरफ 25 किलोमीटर पर ही राजस्थान की बाउंड्री लग जाती है जिस कारण अवैध कार्यों का गढ़ बन चुका है थांदला नगर और अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं की सीधी सेटिंग इन प्रशासनिक अधिकारियों से अच्छी खासी होने के कारण इन अवैध कारोबारो के ऊपर किसी प्रकार की लगाम नहीं कसी जाती है यहां के अवैध कारोबारी अपनी काली कमाई का कुछ हिस्सा इन प्रशासनिक अधिकारियों तक समय-समय पर पहुंचाते है जिस कारण देवभूमि कहे जाने वाले थांदला नगर आज अवैध कारोबार का गढ़ बन चुका है साथ ही आप को यह भी बात दे की 2 दिन पहले रात को 2 बजे के आस पास आरटीओ राकेश कनेरिया ने 4 डंपरो और 2 ट्राली को थांदला लीमाडी मार्ग पर बने टोल के यहां से पकडी गई और साथ ही थांदला थाने पर खड़ी करवाई गई जिसमे हमे थांदला थाने पर 1 ही डंपर दिखाई दिया जिसका गाड़ी क्रमाक नबर mp 11.H.0988 हे जो की झाबुआ जिले की तेसील मेघनगर के गांव तला के गुरुकृपा माइंस मिनरियल गोपाल परमार के वहा से बदनावर सवारियां कंस्ट्रक्शन के लिए भराई गई थी जिसमे डंपर की रॉयल्टी में वजन 17.7 टन वजन भरने की अनुमति थी वही डंपर में 60 टन के आसपास रेत भरी हुई थी यानी की एक ही गाड़ी में 3 गाड़ियों का माल भर यह रेत माफिया राजस्व को करोड़ों का चूना लगाते दिख रहे हैं साथी गुरुकृपा माइंस के गोपाल परमार वहा रेत भंडार का लाइसेंस लेकर इस प्रकार के अवैध कार्यों में लिप्त हैं इन पर भी आरटीओ विभाग व खनिज विभाग को भी इस ओर ध्यान देना अनिवार्य है कि 17 .7 टन पास गाड़ी में इनके द्वारा 60 टन माल किस प्रकार से भर दिया गया और यह सब काला करोबार कब से चलता रहा है इसपर अगर खनिज अधिकारी ध्यान दे दो कई बडे खुलासा होने की संभावना इसी प्रकार से अगर यह रेत माफिया राजस्व को नुकसान पहुंचाते रहेंगे तो कहां तक उचित है साथ ही आपको हम यह भी बता दें कि इन रेत माफियाओं को संरक्षण भी यही प्रशासनिक अधिकारी देते नजर आते हैं अन्यथा नहीं तो इनके द्वारा इस प्रकार के काले कारोबार इनकी नजरों से बेखौफ होकर नहीं चल सकते साथी आपको हम यह भी बता दें रेत माफियाओं के डंपरो पर ना तो पीछे की साइड नंबर प्लेट नहीं लगी रहती है और यह रोड ऊपर बेहिचक सरपट दौड़ते रहते हैं और आरटीओ विभाग इन पर किसी प्रकार का भी बड़ा एक्शन नहीं ले पाने से इनके हौसले बुलंद होते जाते हैं गुरु कृपा माइंड मींस रियल कितने टाइम से इस प्रकार से राजस्व को हानि पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं और अभी तक कितने करोड़ों रुपए का राजस्व का घोटाला कर चुके हैं इसकी जानकारी हम आपको अगले अंक में बताएंगे