वॉईस ऑफ झाबुआ
सुना है भाजपा के विघ्न संतोषी बोल रिये है भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक बदल रिये है…. और बडी खुषियां मना रिये है… मगर कुछ ये भी करे रिये है कि माड साब हटने वाले तो नी है… एक बार फिर 3 साल की पारी खेलेंगे… और फिर छक्के मारेंगे…. क्योंकि अधिकतर जिला और जनपद सदस्य जितवाने के बाद माड साब ने 1 नगर पालिका और 3 नगर परिषद भी जीतवाई है… इसलिए आला कमान एक ओर पारी खेलने के लिए दे सकती है… लेकिन सोचो अगर बदलते भी है तो आला कमान को भाजपा के निष्ठावान और संघ समर्पित होना चाहिए… अब अध्यक्ष बदल रिया है ये सुन कर कई लल्लु पंजु बिल से बाहर आ रिये है… और जिलाध्यक्ष बनने की दावेदारी कर रहे है…. इनमें वो भी है जिन्होने भाजपा की पीठ में चुरा ही भोका है…. इनमें वो दारू कुटियें भी है जो ढावों पर बैठ भाजपा की छवि धुमिल करते है… और भाजपा की पीछ में चुरा भोक…. दादागिरी से दुसरों की संपत्ति पर कब्जा करते है… और आये दिन बिवादों में घीरे रहते है… कोई तो इस चपरासी बनने के लिए काबिल नही है वो भी भाजपा जिलाध्यक्ष बनने के सपने देख रिये है… आलाकमान वालों अगर भाजपा जिलाध्यक्ष बनाओ तो बिना गुटबाजी वाले…. और बिन पेंदें के लौटे की तरह लुडकने वाले को जिलाध्यक्ष ना बनावें… जिसने सच में भाजपा की जीत के लिए कुछ किया और भाजपा का झंडा फहराते हुए जननी के लिए भी बहुत कुछ किया हो… ऐसे लल्लु पंजु तो दावेदारी करते रहेगे…. और आते रहेंगे… फिलहार अभी भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक रहेंगे यथावत… अब कुछ दिनों बाद कुछ हो जाये तो ये हम कह नही सकते… लेकिन अभी तो माडसाब रहेंगे… लेकिन दारू कुटिये…. दादागिरी करने वाले… दलाल…. चमचे…. पीछ में चुरा भोकने वाले… दुसरों की संपत्ती पर दादागिरी से कब्जा करने वाले… गुटबाजी बाले….. को नी बनाये… आने वाले समय में विधान सभा चुनाव आने वाले है… ऐसे में सोच समझ कर… जो भाजपा को आने वाले चुनाव में जीत दिलवा सके… जैसे नगर परिषद चुनाव में जीत दिलवाई… या फिर जिसने संगठन के लिए अपना सब कुछ दाव पर लगाया हो….और जो जननी के सपुत हो उन्हे ही बनावें।