लंपी वायरस की वजह से हुए पशुधन नुकसान की भरपाई करने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र लंपी वायरस आने के बाद कर्ज के गर्त में डूबा किसान

247

लंपी वायरस की वजह से हुए पशुधन नुकसान की भरपाई करने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

लंपी वायरस आने के बाद कर्ज के गर्त में डूबा किसान

निलेश डावर जोबट

 जोबट :- अलीराजपुर जिला कृषि प्रधान जिला है। यहाँ 80 प्रतिशत किसान पशुओं से कृषि कार्य करते है, एवं यहाँ के आदिवासी किसानों की अर्थव्यवस्था कृषि व पशुपालन पर ही निर्भर है तथा उनके जीविकापार्जन का मुख्य साधन ही कृषि एवं पशुपालन है। वर्तमान में जिले में लंबी वायरस रोग के प्रकोप से जिले के सैकड़ों पशुधन की क्षति हुई है जिससें यहाँ का आदिवासी किसान कर्ज के बोझ में दब गया है। शासन स्तर से लंपि वायरस रोग को प्राकृतिक आपदा घोषित कर जिन किसानों के पशु लंपि वायरस के कारण मरे है उन किसानों के मृत पशुओं का शासन सर्वे करवाकर उचित मुवावजा देने की मांग को लेकर माननीय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिख कर भेजा गया है। साथ ही श्रीमती रिंकुबाला – लालसिंह डावर ने स्थानीय स्तर पर जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह तोमर को अलग अलग तीन और पत्र लिखें गये हैं जिसमें कहा गयाहैं कि शासन एक तरफ़ आजादी का अमृत महाउत्सव मना रही हैं,और आदिवासी महापुरुषों को सम्मान देने की बात करती है। लेकिन जिले में आज भी आजादी के 73 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी भी शासकीय कार्यालयों में एवं शैक्षणिक संस्थाओं में आज भी आदिवासी क्रांतिकारी महापुरुषों की न तो कोई प्रतिमा लगाई है। और न ही छायाचित्र लगे है,और न ही गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्राता दिवस के अवसर पर आदिवासी महापुरूषों को सम्मान दिया जा रहा है। अपने पत्र में श्रीमती बाला ने लिखा है कि इस जिले के महान क्रांतिकारी शहीद छितु किराड़ एवं चन्द्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी रहे हैं।शहीद जननायक टंट्या भील, भगवान बिरसा मुंडा,जयपालसिंह मुंडा भीमा नायक, खंज्या नायक, राणा पुंजा भील, विवेकानंद जी,रेंगू कोरकू, साहूजी महाराज,रानी दुर्गावती, सावित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर आदि महापुरुषों एवं क्रांतिकारियों ने देश की आजादी में अपना बलिदान दिया हैं परन्तु आज भी शासकीय कार्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थाओ में आदिवासी महापुरुषों के छायाचित्र नही लगाए गए। पत्र में लिखें उक्त महापुरुषों के छायाचित्र शासकीय कार्यालयों एवं शेक्षणिक संस्थाओ में लगवाये जाने की मांग की गई है,ताकि महापुरुषों को सम्मान मिले और उनके कार्यो एवं संघर्षो के बारे में सभी को जानकारी हो सके। आजादी के इन महान क्रांतिकारियों एवं महापुरुषों के छायाचित्र लगाने की मांग सामाजिक संगठनों के द्वारा भी पूर्व में की जा चुकी है।कलेक्टर को भेजे गये पत्र में श्रीमती रिंकुबाला डावर ने प्रशासन एवं अधिकारियों पर अपने साथ भेदभाव करने का आरोप भी लगाया है उन्हें कहा कि शासकीय योजना अनुसार नवीन निर्माण कार्यो के भीमपूजन शिलान्यास एवं उटघाटन में मेरे ही वार्ड के कार्यो में सूचना तक नही दी रही हैं। मुझ आदिवासी महिला जन प्रतिनिधि की उपेक्षा की जा रही हैं।जिस कारण से अपने आप में प्रताड़ित महसूस कर रही हूँ, और मेरे साथ संवैधानिक अधिकारों का हनन भी हो रहा है साथ ही कहा कि मेरे साथ हो रहे इस भेदभावपूर्ण रवैया को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही की मांग कलेक्टर राघवेंद्र सिंह से की गई हैं एवं समस्त विभाग को पत्र जारी कर जिला पंचायत वार्ड 08 में चल रही विभिन्न हितग्राही मूलक एवं निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी भी मांगी गई है ताकि आगामी दिनों में जिला योजना समिति की बैठक में कार्य की समीक्षा की जा सकें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here