प्रभारी मंत्री जी पेटलावद जनपद के मुकुंद पर कब करोगे करवाई.. पंचायत चुनाव में पंचायतों से अपनो के बिल लगाकर भर ली जेब.. पंचायत के मंत्री कर रहे इसकी शिकायत. कलेक्टर के नाम शिकायत का आवेदन भी शोसल मीडिया पर हो रहा वाइरल
पेटलावद जनपद में भ्रष्टाचार इतना चरम पर है कि सरपंच-सचिव को हवा लगे बिना ही पंचायत के खाते से राशि गायब कर ली जाती है। सरपंच- सचिव को तो तब इसकी की जनकारी लगती से जब वह अपना खाता चेक करवाते है। यँहा तक कि यँहा के कर्मचारी चुनाव के समय भी कोई मौका नही चूकते ओर भरस्टाचार कर ही लेते है। हाल ही में हुवे पंचायत चुनाव में भी पेटलावद जनपद में भ्रष्टाचार करने की जानकारी सामने आई है।
चुनाव में अपनों के बिल लगाकर निकाली राशि
पेटलावद जनपद में संविदा पर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत मुकुंद भट्ट पर कुड़वास पंचायत में राशि निकालने का आरोप वंही के सचिव ने लगाया है। सचिव के अनुसार पंचायत चुनाव में कार्य मे वह व्यस्त थे। इसी दौरन उनकी पंचायत से 44000 रुपए मुकुंद भट्ट द्वारा अपने परिचित का बिल लगाकर निकाल लिए। पंचायतो के सचिवो का आरोप है कि यह तो एक ही मामला सामने आया है। इस ऑपरेटर के ओर कई भी मामले है जो सामने आने बाकी। जबसे इस ऑपरेटर ने यँहा कार्य करना शुरू किया है तबसे है हर काम के लिए कमीशन की डिमांड की जाती रही है।
कलेक्टर के नाम लिखा आवेदन भी हुवा वायरल
पेटलावद जनपद की 77 पंचायतो के सचिवों के हस्ताक्षर वाला एक आवेदन भी शोसल मीडिया पर वायरल हुवा है। जिस पर लोग कई प्रकार के सवाल खड़े कर रहे है। लोगो का कहना हैकि भाजपा के शासन में भ्रष्टाचारियो पर करवाई नही की जाती। इस आवेदन में लिखा हुआ कि कलेक्टर महोदय जनपद पंचायत पेटलावद में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर मुकुंद भट्ट द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच- सचिव की डीएससी अपने पास रखने तथा बिना सरपँच सचिव की अनुमति से गलत तरीके से फर्जी बिल लगाकर भुगतान किया जाता है, जिसका उदाहरण ग्राम पंचायत कुड़वास का है।
उनके द्वारा डीएससी वेरिफिकेशन के नाम अपने पास रखली तथा ग्राम पंचायत द्वारा मांगे जाने पर नही दी। मुकुंद भट्ट द्वारा बिना सरपँच सचिव की अनुमति से एक बिल फर्जी लगाकर 44 हजार की राशि अपने परिचित का बिल लगाकर निकाल ली गई। इस मामले में सचिव द्वारा मुकुंद भट्ट से चर्चा करने पर वह उल्टा धमकी देने लगा। आवेदन में मुकंद भट्ट पर करवाई के साथ उसे यँहा से हटाने की मांग भी की गई।