बामनिया / जितेंद्र बैरागी
बामनिया स्थानीय एमडीजी स्कूल पलकों पर स्कूल फीस का दबाव तो कभी महंगी किताब, स्कूल ड्रेस , तो कभी बच्चों से काम करवाते तो कभी स्कूल बस में 80 बच्चों को बिठाकर लाने के मामले में सुर्खियों में बना रहता है इसी के बीच के खिलाफ हुए काम मामला सामने आया है जिसमें जन्माष्टमी पर है दही हांडी का आयोजन स्कूल के अंदर किया गया जिसमें 1 बच्चे अलफेज मंसूरी का मटकी फोड़ते समय ऊंचाई से गिरने पर पांव फैक्चर हो गया पर इसकी सूचना परिजनों को नहीं दी गई जब बच्चा घर पर दर्द से बेचैनी को देख कर परिजन घबरा गए और पास के डॉक्टर के पास ले गए डॉक्टर ने जांच करने के बाद का है के बच्चा के पाव संबंधित तकलीफ ज्यादा हो रही है तब परिजन बच्चे को लेकर रतलाम मैं शास्त्री नगर डॉक्टर खंडेलवाल के पास गए वहां पर एक सर में बच्चे का पाऊं दो जगह से टूटा हुआ निकला अब बच्चा एक से डेढ़ महीना शिक्षा से वंचित रहेगा और और इसके चलते परिजनों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा
जब इस संबंध में स्कूल स्टाफ से बात की गई तो कहा गया चिंता की कोई बात नहीं है बच्चे की पढ़ाई ऑनलाइन करवाएंगे और छोटा मोटा फेक्चर है.
