निलेश डावर अलीराजपुर
आदिवासी देव स्थानों बाबा देव, रूलिया बाबादेव, भेष्टादेव, राणिकाजोल, कोल्का माता, भीलवट देव और समशान घट, जैसे प्राकृतिक स्थल आज भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि स्थानों का पूजा के समय ही ध्यान दिया जाता है बल्कि बाकी समय इस तरह कोई भी जाकर ध्यान नहीं देता है इसी को ध्यान में रखते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक पहल की है गांव में जितने भी देवी देवता है जो अति प्राचीन भी है इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं उनके संरक्षण के लिए ओटला बनाना, बाउंड्री वॉल, पानी, चैक डेम, धर्मशाला बनाना, बिजली की व्यवस्था करना आदि मुद्दों को लेकर जनपद पंचायत जोबट के सीईओ साहब को ज्ञापन दिया है, यह एक सामाजिक पहल है जिससे जागरूक होकर प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच भी प्रस्ताव पास कर इस क्षेत्र में जल्द ही निर्णय ले सकते हैं।
ज्ञापन के दौरान दिशांत गाडरिया, अनिल गाडरिया, हाबू मौर्य, प्रमोद सोलंकी, मुन्ना चौहान, पंकेश गाडरिया, धनसिह डुडवे, हारू गाडरिया, साजन चौहान, दशरथ चौहान आदि गांव के युवाए उपस्थित थे।*