में ग्रहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का खास आदमी हु…?मेंरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता…. भरस्टाचार का नया इतिहास बन दिया इन लोगो ने …. आख़िर धार के नितेश कटेरिया पर क्यों मेहरबान है सीएमएचओ साहब।
कहते है ना सैया भये कोटवार तो डर किस बात का। यह पंक्तियां स्वास्थ्य विभाग पर चरितार्थ हो रही है। अब तक के सबसे फिसड्डी जिले के स्वास्थ्य मुखिया जयपाल सिंह ठाकुर की कार्यशैली वर्तमान में नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। साहब को जिले में लगभग 2 वर्ष होने वाले है। साहब विभाग का तो कायाकल्प नहीं कर पाए परंतु स्वयं आर्थिक रूप से बहुत मजबूत हो गए है। सूत्र बता रहे है कि साहब तो धार में जिला स्वास्थ्य अधिकारी थे तभी एक शातिर सप्लायर नितेश कटेरिया की कृपा साहब पर हो गई और उन्होंने साहब को एक मोटी रकम लगभग 15 से 17 लाख रुपये देकर झाबुआ जिले का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनवा डाला और तय हुआ कि इसके बदले साहब को विभाग के अलावा नितेश कटेरिया की नोकरी भी करना होगी मतलब उनका ग़ुलाम बनकर रहना होगा फिर क्या था वही से पटकथा चालू हुई। कटेरिया द्वारा दी गयी मोटी रकम के लिए यह भी तय हुआ की विभाग में सप्लाई का जो भी काम होगा उसे सिर्फ़ कटेरिया जी ही करेंगे और सप्लाई के एवज में जो कमीशन विभाग को जाता है उसमें से साहब को बेठाने के लिए जो ख़र्चा कटेरिया जी ने किया है वह काटा जाएगा। अब साहब को विभाग से ज्यादा कटेरिया जी की चिंता परेशान करने लगी कि कैसे भी करके इस जन्म में ही कटेरिया जी का कर्जा उतारना है तो साहब ने विभाग की योजनाओं से खिलवाड़ करना प्रारंभ कर दिया और आने दो आने दो की तर्ज़ पर विभाग को दीमक की तरह खाना प्रारंभ किया।
नितेश कटेरिया जो खुद को प्रदेश के दबंग नेता नरोत्तम जी मिश्रा के ख़ास होना बताते है और अपना रोब बताने के लिए उनकी फ़ोटो का व्हाट्सएप प्रोफाइल फोटो भी डाल रखा है। परंतु यह सप्लायर प्रदेश के गृह मंत्री जी को भी बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
साहब को जिले में आये 2 साल हो गए पर उनका झोलाछाप डॉक्टरों के प्रति प्रेम देखने को बनता है। बमुश्किल साहब ने इन 2 सालों में मात्र 10 से 15 झोलाछाप डॉक्टर पर कार्यवाही करते हुए इतिश्री कर ली और बाकी लगभग 500 डॉक्टर टेबल के नीचे से बीएमओ के माध्यम से साहब की सेवा में लग गए। सभी बीएमओ में से सबसे ज़्यादा थांदला बीएमओ अनिल राठौर थांदला क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टर से वसूली के किंग बन गए जो आज भी सीएमएचओ साहब के खास कमाऊ पुत्र है।
सूत्र बताते है की झाबुआ जिले में झोलाछाप डॉक्टर से एक बड़ी वसूली जिले के स्वास्थ्य मुखिया ने की है।
अब सारा मामला जिले के युवा कलेक्टर सोमेश जी मिश्रा के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने तत्काल कार्यवाही करते हुए संयुक्त कलेक्टर सुनील झा जी को स्वास्थ्य विभाग का नोडल अधिकारी बना दिया उन्हें हटाने के लिए सीएमएचओ साहब अब नेताओं की शरण में नतमस्तक हो रहे है देखते है ऊँट किस करवट बैठता है।
अगले अंक में साहब का विजय प्रेम…..