रिपोर्टर-सुनील खोड़े
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पेटलावद में प्रतिवर्ष लगने वाला भैरवनाथ मवेशी मेला इस बार खूब सुर्ख़ियो में है….अव्यवस्थाओ के बीच मेले की शुरुआत हुई। नगर परिषद द्वारा भैरवनाथ मवेशी मेले को लेकर पर्चे छपवाए गए इसके चर्चे पूरे नगर में जोर-जोर से हिलोरे मार रहे हैं और अब अजीबो प्रेस नोट भी जारी किया गया। और कहा कि 26 नवम्बर से 5 दिसंबर 2024 तक मेला संचालित किया जाएगा। किंतु 26 नवंबर को मेले के नाम पर कुछ दिखाई नही दिया। मेले में आए झूले चकरी वाले व्यापारी अपने झूलो को लेकर इधर-उधर भटकते नजर आये लेकिन 26 नवंबर को झूले चकरी नहीं लग पाए। ना ही अन्य व्यापारी अपनी दुकानों को शुरू कर पाए। भेरू महाराज की पूजा पाठ के साथ मेले का शुभारंभ कर दिया गया, जबकि इस वर्ष उद्घाटन की परंपरा भी खटाई में दिखाई दी गई। वही पूरे मामले को लेकर मीडिया के द्वारा प्रमुखता से खबरों को प्रकाशित किया गया और बताया कि किस तरह से मेले के नाम पर अव्यवस्थाओं का मेला लगाया गया है, जहां ना तो झूले लगे हैं, ना ही व्यापारियों को लाइट उपलब्ध करवाई गई है। एक रात तो व्यापारियों ने अंधेरे रात गुजारने को मजबूर हुए ओर इधर जैसे तैसे ठंड में ठिठुरते हुए रात बितानी पढ़ी . लेकिन 27 नवंबर को भी मेला ग्राउंड पर झूले नही लग पाए। आधे अधूरे झूले मेले में दिखाई पड़ रहे है।
इस बीच अचानक नगर परिषद का एक आमंत्रण पत्र पत्रकारों को प्राप्त होता है, जिसमें मेले के उद्घाटन की सूचना प्राप्त हुई है…जिसमें जिक्र किया गया कि मेले का उद्घाटन 28 नवंबर 2024 को कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया, सांसद श्रीमती अनिता नागर, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया के हाथों किया जाएगा। जबकि 26 नवंबर से मेला शुरू कर दिया गया है। इस वर्ष मेले में कुछ अलग ही परंपरा सामने आई है… कि मेला शुरू होने के दो दिनों बाद मेले का उद्घाटन होगा। नगर परिषद को जब 28 नवंबर को मेले का उद्घाटन करना था तो फिर 26 नवंबर के पर्चे क्यों छुपाए गए नगर परिषद की भ्रामक जानकारी की वजह से मेले में व्यापारियों को तो परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं क्षेत्र के लोग भी परेशान होते नजर आ रहे हैं भ्रामक जानकारी के चलते लोगों का मेले में आना शुरू हो गया था लेकिन जब लोग मेले में पहुंचे तो उन्हें अव्यवस्थाओ का मेला नजर आया….