प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चैहान ने भू माफियाओं की खैर नही कह कर इन माफियाओं द्वारा सरकारी भूमि पर किए गए अवैध कब्जों पर बुल्डोजर चलाने की बात कही थी… मगर थांदला में तो बात ही निराली है सुना है यहां भाजपा का एक दलाल ही सरकारी भूमि पर कब्जा करवाकर भांगजडी कर रहा है।अगर ऐसे भाजपा में दलाल है तो प्रदेश के मुखिया द्वारा किए गए वादे सिर्फ वादे ही रह जायेंगे और ऐसे दलालों की वजह से उनकी छवि भी धुमिल होने से बच नही पाएगी।
जी हां… हम बात कर रहे है थांदला क्षेत्र के पेटलावद रोड स्थित सर्वे क्रमांक 492/2 की जहां सरकारी जमीन पर किसी मुफज्जल पिता आदम अली बोहरा ने अवैध कब्जा कर दुकानों का निर्माण कर डाला। जिसकी शिकायत भी की जा चुकी है मगर आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नही की गई।जब शिकायत की गई थी तब मौके पर आए तहसीलदार ने जांच के दौरान उक्त निर्माण कार्य को अवैध पाया था और कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद तहसीलदार ने 21.04.2022 को मुफज्जल बोहरा को अंतिम सुचना पत्र जारी किया। जिसमें स्पष्ट लिखा था कि 25.04.2022 तक अपना अतिक्रमण हटा लेवें अन्यथा 26.04.2022 को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रशासनिक अमले द्वारा की जायेगी। मगर न जाने क्या हुआ 26अप्रैल भी निकल गई मगर अतिक्रम नही हटा। सुत्रों की माने तो भाजपा के एक दलाल ने मुफज्जल के साथ मिल सरकारी अमले सें एक बडी सेटिंग की और ऐसी सेटिंग हुई कि तहसीलदार साहब अतिक्रमण हटाना ही भूल गए। जब तहसीलदार से पूछा जाता है कि अतिक्रमण कब हटेगा तो कभी कहते है जेसीबी नही मिल रही तो कभी कहते है मैंने पटवारी,गीरदावर को कह दिया है और पटवारी अशरफ का कहना है कि हमें अधिकारी का आदेश मिले और मौंके पर अधिकारी उपस्थित रहे तभी हम अतिक्रमण हटा सकते है अगर हमारे बस में होता तो हम अभी के अभी अतिक्रमण हटा देते।
कलेक्टर को भी की थी शिकायत
इस संबंध में थांदला दौरे में आए कलेक्टर सोमेश मिश्रा को भी इस संबंध में आवेदन देकर शिकायत की गई थी मगर किसी ने इस ओर ध्यान नही दिया। शिकायत हुए कई माह बित चुके है पर आज दिनांक तक कुछ न होना कई सवालिया निशान खडे कर रहे है।सुत्रों का तो यह भी कहना है इस मामले में भाजपा के दलाल ने प्रशासन पर काफी दबाव बना रखा है ये वो ही दलाल है जिसने आपदा को अपनी कमाई का अवसर बनाया।अब देखना यह है तहसीलदार कब तक इस अतिक्रमण को हटाते है।