रोजगार की तलास में झाबुआ अलीराजपुर के आदिवासियों को पलायन करना पड़ता है, क्षेत्र से अनगिनत लोग पलायन कर जाते है, जिसका शासन और प्रशासन के पास कोई रिकॉर्ड नही रहता है, आये दिन बड़े हादसे देखने-सुनने में आते है। आज अलीराजपुर जिले की जोबट तहसील ग्राम बलेड़ी के एक युवा की गुजरात के अमरेली मे खेत मे काम करते समय करंट लगने से मौत हो गई। अब इसकी जिम्मेदारी कोंन लेगा…???? इसी तरह कई आदिवासियों ने अपनी जाने गंवा दी लेकिन किसी को दर्द नहीं होता है, न शासन को न प्रशासन को न ही समाज से चुनकर जाने वाले विधायक और सांसद को।
क्या विधायक सांसद जागेंगे ओर परिवार को राहत राशि देंगे…???
क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध नहीं होने की वजह से अपना घर परिवार चलाने के लिए क्षेत्र के लोग अपना गांव छोड़कर सैकड़ों किलोमीटर दूर चले जाते है रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में भटकना पड़ता है। जहां ना उन्हें कोई देखने वाला होता है नहीं उनकी कोई सुनने वाला रहता है क्या क्षेत्र के जनप्रतिनिधि नींद से जागेंगे..???
क्या परिवार को राहत राशि उपलब्ध करवाएंगे?? या सिर्फ चुनाव में ही गुजरात से लाया जाता है ओर वोट डलवाकर छोड़ दिया जाता है..???