@वॉइस ऑफ झाबुआ @वॉइस ऑफ झाबुआ
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र कल्याणपुरा खुद ही लोगों की स्वास्थ्य का दुश्मन बन गया है।आमतौर पर कोई भी व्यक्ति बीमार होने पर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र कल्याणपुरा में जाता है, किन्तु अगर अच्छा व्यक्ति अस्पताल में जाए और बीमार पड़ जाए तो इसे क्या कहेंगे। जी हां, ऐसी स्थित निर्मित हो गई है,अस्पताल में रोजाना निकलने वाले बायोवेस्ट के निस्तारण के उचित प्रबंध नहीं हैं। अस्पताल परिसर में इन दिनों बायोवेस्ट खुले में बिखरा हुआ है। मेडिकल कचरे को सफाईकर्मी इकट्ठा करके उसमें आग लगाते हैं।मेडिकल बायोवेस्ट जलाने से वातावरण प्रदूषण के साथ ही में जहरीला धुएं से अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला और नवजात शिशुओंं की सेहत को खतरा है। आसपास रहने वाले लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा है। इसके बावजूद भी सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र प्रबंधन के द्वारा बायोवेस्ट को खुले परिसर में फेंका जा रहा है। यह हालात तब हैं जब हॉस्पिटल के बीएमओ भुवान सिह डावर ही नहीं पूरा अमला खुद बायोवेस्ट को खुले में फेंकने एवं इसे जलाने से जनस्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के बारे में बखूबी जानते हैं,यह हालात तब सें हैं जब अस्पताल के ही नहीं पूरा अमला खुद बायोवेस्ट को खुले में फेंकने एवं इसे जलाने से जनस्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के बारे में बखूबी जानते हैं।
कभी आवारा पशु तो कभी कचरा बीनने वालों का जमावड़ा
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र कल्याणपुरा परिसर में खुले में बिखरे बायो वेस्ट कचरे के ढेर में गाय आदि जानवरों का भी जमावड़ा लगा रहता है। ढेर में मुंह मारते पशु कचरा इधर-उधर फैला देते हैं। इस कारण स्वास्थ केन्द्र में आमजन को काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है। दूसरी ओर कचरा बीनने वाले बच्चे भी यहां पर कचरा उठाते हुए देखे जा सकते हैं। बायोवेस्ट सामग्री के कारण कभी भी किसी को हानि पहुंच सकती है।इसके संक्रमण से बीमारियां फैलने की संभावना बढ़ जाती है।