मुस्लिम समाज का बड़ा त्योहार ईद-उल-फितर जिले में मुस्लिम समाज द्वारा ईदगाह में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। थांदला, झाबुआ, राणापुर, पेटलावद, मेघनगर, में मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज के बाद मुल्क के अमन चैन, मुल्क की तरक्की और भाईचारे की दुआ की गई। ईद उल फितर की नमाज के लिए जिले में अलग-अलग गांव की ईदगाह में भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकत्र हुए और ईद की नमाज अदा करने के साथ-साथ एक दूसरे के गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी।
पूरे एक महीने के कठिन रोजे रख इबादत करने के बाद ईद का त्योहार आता है। इस दिन लोगों के घरों में सेंवई बनती हैं, इसलिए इस पर्व को ‘मीठी ईद’ भी कहा जाता हे।
गौरतलब है कि परंपरानुसार ईद-उल-फितर का पर्व ‘शव्वाल’ की पहली तारीख को मनाया जाता है, जो कि रमजान के महीने के खत्म होने पर शुरू होता है। ‘शव्वाल’ का चांद दिखने पर ही ईद की तारीख तय होती है और चांद कल (सोमवार) दिखा था । इसलिए आज पूरे देश में भाईचारे और प्रेम के प्रतीक इस त्योहार को मनाया जा रहा है।
जिले में ईद उल फितर के अवसर पर झाबुआ, मेघनगर, थांदला, पेटलावद, राणापुर, आदि जगह शांति व्यवस्था और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के माकूल इंतजाम किए गए थे ।
जनप्रतिनिधि भी ईदगाह पर मुस्लिम समाज के लोगों से ईद मिलने के लिए पहुंचे थे । झाबुआ में मुस्लिम समाज की ईदगाह पर प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया व थांदला में ईदगाह पर विधायक वीरसिंह भूरिया ने भी ईदगाह पहुंचकर मुस्लिम समाज के लोगों से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।