वॉइस ऑफ झाबुआ जीवन पाटीदार बनी
प्रदेश की भाजपा सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 15 मार्च को अपने भाषणों में कहा था कि जो किसान जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में डिफाल्टर हो गए हैं ,हम उनका ब्याज माफ करेंगे लेकिन क्या शिवराज मामा ने अब तक सहकारिता केंद्रिय बैंकों में आदेश नहीं भिजवाया जो सहकारिता बैंक के अधिकारी कह रहे हैं कि ऐसा कोई आदेश हमारे पास नहीं आया है तो याहा यह कहावत चरितार्थ होती है कि साहब कहने और करने में बहुत फर्क होता है साहब बन्नी एवं रायपुरिया के किसानों ने जब जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में जाकर अपनी मूल राशि जमा कराने गए तब बैंक के अधिकारियों ने कहा कि हमारे पास ब्याज माफ हो ऐसा कोई लेटर नहीं आया आपको पूरे पैसे ही भरना पड़ेगा
किसान बाबूलाल पटेल ने कहा कि शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि ब्याज माफ होगा उसके बाद मैं अपनी मूल राशि लेकर भरने गया तो बैंक अधिकारियों ने बोला कि तुम्हें पूरा पैसा भरना पड़ेगा तो फिर शिवराज सिंह ने घोषणा ही क्योंकि
किसान नरसिंह चंपालाल ने कहा कि मैं भी अपनी मूल राशि लेकर गया था लेकिन मुझे भी वहां से यह कहा कि हमारे पास ऐसा कोई लेटर जारी नहीं हुआ जिसमें आपका ब्याज माफ किया जा सके
शाखा प्रबंधक लाल सिंह डोडियार का कहना है कि रायपुरिया बनी रामनगर क्षेत्र के किसान मूल राशि लेकर आए थे लेकिन हमने उनको समझाया की हमारे पास डिफाल्टर किसानों की ब्याज माफी का लिखित में कोई लेटर सरकार द्वारा जारी नहीं हुआ है इसलिए हम आपकी मूल राशि नहीं ले सकते
अब किसानों को सिर्फ सरकार के घोषणा को अमल में लाने का इंतजार है या घोषणा कोरी घोषणा ही रह जाएगी या बैंकों में ब्याज माफ आदेश लेटर का इंतजार कब तक समाप्त हो गा ओर लेटर का इंतजार करना पड़ेगा इस स्थिति में किसान अपनी खेती करने में अपने आप को असमर्थ महसूस कर रहा है