कल्याणपूरा
पशुपालन विभाग झाबुआ द्वारा सेवानिवृत्त पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारीयो का सम्मान समारोह व विश्व पशु चिकित्सा दिवस के उपलक्ष में पशुपालन विभाग झाबुआ एवं कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांक 30/04/2022 शनिवार को अपना होटल झाबुआ में कार्यशाला आयोजित की गईl कार्यशाला पशु चिकित्सा को सुदृढ़ बनाना विषय पर आयोजित की गई l पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉक्टर विल्सन डावर ने बताया की हम लोग मूक प्राणी का उपचार करते हैं तो हमारी जिम्मेदारी उनके प्रति अधिक बढ़ जाती है साथ ही पशुपालन से जुड़े व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं हमें उनके पशु के उपचार मैं पूर्ण सहयोग करना चाहिए उन्होंने बताया की गांव में पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जाएगा l कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के डॉ चंदन कुमार ने बताया की पशु चिकित्सा का कार्य बहुत ही सेवा भाव का कार्य है इसे सभी लोगों को अच्छे से करना चाहिए l डॉ अमित दोहरे पशु चिकित्सक ने बताया की हमारे पास जो भी संसाधन उपलब्ध है उनसे हमें अच्छे से अच्छा पशु चिकित्सा कार्य करना चाहिए और अधिक से अधिक किसानों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करना चाहिए। उक्त कार्यक्रम में पशुपालन विभाग के कल्याणपुरा क्षेत्र से एवीएफओ लक्षमण सिंह चौहान,एवीएफओ राय सिंग मेडा व पोलिट्री विक्सिनटर राधाकिशन जाटव तीनो की सेवानिवृत होने पर इनका शाल श्रीफल व साफा बांध कर विदाई समारोह मनाया गया उपस्थित विभागीय अधिकारियों ने बताया कि किस तरह से पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी चौहान ने अपने कार्य व विभाग द्वारा दिए गए कार्यो को पूर्णजवाबदारी व सफलता पूर्वक किया l साथ ही चौहान ने अपने कार्यकाल में अलीराजपुर, भाबरा ,मेघनगर,अन्तरवेलिया,तलावली,,कल्याणपुरा को अपनी सेवाएं प्रदत करते हुए अपने जीवन के 36 वर्ष पशुओं की निश्वार्थ भाव से सेवा की समारोह में चौहान ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन मे मुखबधिर पशुओं की सेवाएं दी साथ ही उनके दर्द को अपना दर्द समझ कर उनका हर सम्भव इलाज करा ओर आगे भी अपने जीवनकाल में इस तरह अपनी सेवाएं देते रहेंगे चौहान ने उपस्थित सभी उच्चाधिकारियों का धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया उक्त कार्यशाला में डिप्टी डायरेक्टर डॉ विल्सन डावर, डॉ भूरिया , डॉ दोहरे , डॉ अश्विन चौहान, जीवराज बुन्देला एवं समस्त पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी एवं प्रगतिशील पशुपालक उपस्थित हुए l संचालन मोहिनी गिद्वानी ने किया एवं आभार कविता भाबोर ने माना l