वाॅइस आफ झाबुआ
माफियाओं की तो अब खैर नही… क्योंकि अब प्रदेश के मुखिया शिवराज मामा का डंडा अब हर माफियाओं पर चलने वाला है…कई माफिया तो जमींजोद हो गए है…जिले में भी मामा का डंडा चलने से नही रूकने वाला है…मामा को बस अब रेत माफियाओं पर चलाना है जो शासन को करोडों का चुना लगा रहे है…अभी तक ये रेत माफिया इसलिए बचते आ रहे थे… क्योंकि खनिज विभाग के मुलाजिंम चंद गांधी छापों के सामने नतमस्तक हो जाते है।प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चैहान माफिया,गुंडा बदमाश मुक्त जो अभियान चलाया है… ये अभियान झाबुआ जिले में भी चलना चाहिए… जिले में रेत माफियाओं ने आंतक सा मचा रखा है… रात के अंधेरे में ये अपने काले कारोबार को संचालित करने में नही चुक रहे है… जिला के रानापुर में रहने वाला रेत माफिया हैदर प्रशासन व पुलिस को अपनी जेब में रखने की बात करता है… और अपने पैरों की जुती समझता है… इस पर जिला बदर की कार्यवाई भी होने वाली थी मगर रसुखदारों के दम पर इसका नाम गायब कर दिया गया…पुलिस व प्रशासन को कुछ नही समझने वाले इस हैदर को चंद दुमचल्ले नेता और दल्ले कलमकार सहयोग कर रहे है.. ये दल्ले खनिज विभाग के चक्कर लगाकर इसे बचा लेते है… सुत्रो की माने तो दल्ले कलमाकर इस बात की धौंस देते है कि कलेक्टर साहब को भी हमने सेट कर लिया है….जबकि कलेक्टर महोदय को तो इस संबंध में जानकारी ही नही है….कि उनके नाम से इतना कुछ हो रहा है… इस तरह से ये कलेक्टर महोदय की छवि भी धुमिल कर रहे है…ऐसे दल्ले कलमकारो के खिलाफ सीधी में जिस तरह फर्जी कलमकारों पर कार्रवाई हुई उसी तरह कार्रवाई की जानी चाहिए। इस संबंध में सीएम हेल्प लाईन भी की गई थी मगर इन माफिया का कुछ नही हुआ… तभी ये रेत माफिया हैदर पुलिस व प्रशासन को अपनी जेब में रखने की बात कहता है और यह भी कहता है ये सभी मेरे आगे पीछे घुमते है… मेरा कोई कुछ नही बिगाड सकता है… अब कलेक्टर महोदय को इस ओर रूख करते हुए हैदर जैसे माफिया पर कडी से कडी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे माफियाओं प्रशासन व पुलिस की छवि धुमिल करने से पहले दस बार सोचे…।