वॉइस ऑफ झाबुआ ब्यूरो
झाबुआ जिले के मेघनगर की जनता इन दिनों पानी के लिए तरस रही है। क्योंकि मेघनगर में बनी पानी की टंकी का मरम्मत का कार्य चल रहा है । टंकी व पानी सप्लाई करने वाली पाइप लाइन से पानी का रिसाव हो रहा है । इसलिए मरम्मत जब तक नहीं होती तब तक टंकी से पानी सप्लाई नहीं किया जा सकता है । पिछले 13 से 15 दिनों से मिलने घर में नल में पानी नहीं आया है आप सोच सकते हैं भरी गर्मी के मौसम में अगर पानी नल में ना आए तो क्या स्थिति पैदा हो रही होगी। नगर परिषद से पर्याप्त टैंकर सप्लाई का इंतजाम भी नहीं हो पा रहा है। लोगों को पानी के लिए अपने निजी टैंकर मंगाना पढ़ रहे हैं जिसकी कीमत 300 से 500 के बीच में रहती है । खरीद कर पानी की पूर्ति की जा रही है । वैसे तो नल जल योजना के अंतर्गत नई पानी की टंकी बन गई है लेकिन फिलहाल उसे शुरू नहीं किया गया है । पुरानी ही टंकी की मरम्मत का कार्य चल रहा है और उसी के कार्य पूर्ण होने तक शायद मेघनगर मैं नल में पानी नहीं आएगा।
गर्मी में या अन्य समय में जनता को पानी की कमी ना हो इसलिए शुरू हुई थी नल जल योजना लेकिन मेघनगर में नल जल योजना का कार्य जिस गति से चल रहा वह इस योजना को मुंह चढ़ाता हुआ नजर आ रहा है। अगर समस्या बढ़ी है तो हल भी बड़ा होगा मगर कब होगा पता नहीं अभी तो गर्मी ने अपनी झलक ही दिखलाई हैं और नगर में 13 से 15 दिन में आ रहा था नल में जल मगर कुछ दिनों से पानी की टंकी की मरम्मत चल रही है कहीं पर पाइपलाइन उखड़ी पड़ी है ना जाने कब पानी की मोटर खराब हो जाती है अभी तो अप्रैल है मई जून में क्या होगा एक तरफ करोड़ों से बनने वाली नल जल योजना का कोई अता पता नहीं है आखिर क्यों नगर परिषद वाटर सप्लाई मामले में गर्मी में ही इतनी ठिल पोल करता है । अब तो कोई पार्षद भी आकर वार्ड में नहीं दिखता है कि वार्ड में क्या समस्या चल रही है क्यों आए अभी चुनाव थोड़ी है चुनाव में तो समय है और इस नगर में हमारा मकान थोड़ी है। करोड़ों से बनने वाली नल जल योजना सिर्फ और सिर्फ दिखावा है 2 साल का टाइम दिया था और बहुत सारे वादे किए थे । एक यही नल जल योजना अभी तक पूरी नहीं हुई ! पूरे नगर को गड्ढों में तब्दील कर दिया है इस साल भी नल जल योजना का कुछ अता पता नहीं है ।
नल जल योजना में टूट गई सड़के पर नल में जल नही आया
आखिर यह नल जल योजना का कार्य करने वाला ठेकेदार के द्वारा किए गए कार्य को देख कर तो ऐसा लग रहा है जैसे कि नल जल योजना से जल्द प्रदान करना नहीं बल्कि अच्छी भली सड़कों को खोदकर गड्ढे युक्त कर देना नगर की सड़कें गड्ढों से भरी पड़ी है ! हो ठेकेदार साहब है जो किसी की नहीं सुनते बस अपनी मनमानी से ही कार्य किए जा रहे हैं। ठेकेदार की मनमानी आखिर कब तक चलती रहेगी । नगर के हर रोड गली मोहल्ले खुदे हुए पड़े हैं जो अच्छी भली रोड थी उनको भी तोड़ कर गड्ढे में परिवर्तित कर दिया गया लेकिन नल जल योजना से चल की पूर्ति नहीं हो पा रही है।