बृजेश खंडेलवाल
रंग पंचमी के रंग-बिरंगे त्यौहार को लेकर आं बुआ में हिंदू संगठन द्वारा बैठक का आयोजन कर शांतिपूर्ण एवं विशाल रंगपंचमी पर गैर निकालने का निर्णय लिया गया जिसके तहत मंगलवार को हाट बाजार होने के कारण रंग 12:00 बजे बाद उड़ना चालू हुआ डीजे एवं ढोल किताब पर रंग बिरंगे रंग में सर्वत्र होकर युवाओं की टोली नृत्य करती हुई रंग बिरंगे गुलाल को हवा में उड़ाते हुए आंबुआ के सभी मोहल्लों से गुजरते हुए प्रत्येक घर से लोगों को निकालने का काम करते हुए रंग लगाया और उन्हें अपनी गैर में शामिल कर लिया देखते ही देखते गैर में लोगों का जोड़ना शुरु हो गया घर पर युवा मस्ती में मस्त होकर थिरकते देखे गए कई वर्षों बाद इस बार युवाओं में उत्साह देखा गया है पिछले वर्ष कोरोना महामारी के चलते सभी त्योहारों के साथ रंगों का त्योहार भी फीका रहा था उसकी कसर इस बार युवा ने भरपूर आनंद ले कर उठाया !
महिलाएं भी नहीं रही पीछे निकाली बड़ी गैर
प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी आंबुआ की महिलाओं ने स्थानीय राम मंदिर प्रांगण से ढोल के साथ रंग बिरंगे गुलाल सभी के चेहरों पर जमकर लगाया एवं गुलाल आकाश में उड़ाते नजर आई और जमकर ढोल पर गरबे खेले एवं जमकर नृत्य किया , इससे पूर्व महिलाओं ने ग्राम में जहां पर पहेली दुख की पंचमी थी, उनके घरों पर जाकर महिलाओं ने रंग डाल कर शौक संवत परिवार को सांत्वना दी!