खेल सामग्री खरीदी मैं कथित घोटाले की जांच एसडीएम गेमावत ने कि

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पेटलावद। जिले में हाल ही में शिक्षा विभाग में प्रकाश में आए कथित खेल सामग्री घोटाले के पीछे की कहानियां अब बाहर आने वाली है मिडिया मे सुर्खियों मे आने के बाद प्रशासन हरकत में आया कलेक्टर के आदेश के बाद पेटलावद विकास खण्ड अनुविभागीय अधिकारी श्री गेमावत ने रात्रि मे पेटलावद, रायपुरिया, सागडिया, आदि संस्था मे तहसीलदार बीआरसी व अन्य सदस्यों के साथ घटिया खेल सामग्रियों का भौतिक सत्यापन किया ! इसमे पेटलावद बालक संकुल की बालक प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 1 व बालक माध्यमिक विद्यालय पेटलावद मे जाँच की गई साथ ही दल के सदस्यों ने कन्या माध्यमिक विद्यालय , प्राथमिक विद्यालय अंग्रेजी माध्यम व माध्यमिक विद्यालय गणपति चौक पर
जाँच की गई l
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेटलावद बालक प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 1 व बालक माध्यमिक विद्यालय पर खेल सामग्री की जाँच की जो काफी घटिया किस्म की थी l
मे मौके पर जब शिक्षकों के माल खरीदी के बारे में ,श्री गेमावत ने पूछा तो शिक्षक नरेंद्र मुनात ने बताया कि हमें अधिकारी ने बैठकों में मौखिक रूप से बता दिया था कि खेल सामग्री आप नहीं खरीदे हम भिजवा रहे हैं बाद में जन शिक्षकों के माध्यम से यह सामग्रियां हमारे बिना आर्डर के हमें दी गई जब यही बात वहां उपस्थित जन शिक्षकों से श्री गेमावत ने पूछी सब जन शिक्षकों ने स्पष्ट रूप से कहां की हमें बीआरसीसी रायपुरिया द्वारा आदेश दिया गया था ,हमें कुछ भी नहीं पता माल किसका है वह किसने भेजा इस बात पर मौके पर ही अनुविभागीय अधिकारी श्री गेमावत बीआरसी पर बहुत नाराज हुए , बी आर सी रायपुरिया ने अधिकारी को बताया की मेरे द्वारा कोई सामग्री लेने संबंधी आदेश नहीं दिया, जन शिक्षक जाने ये किस के आदेश और दबाव में स्कूलों मे खेल सामग्री भेजी गई l
वहां उपस्थित शिक्षकों में भय बना हुआ है कि हमें बिना वजह बलि का बकरा बना कर कार्रवाई करेंगे जबकि इस खरीदी से हमारा कोई लेना देना नहीं हर जांच में हर घोटाले में गाज छोटे कर्मचारियों पर ही गिरती है बस अब यही देखना है कि यह जांच कहां तक पहुंची है और कैसे दोषियों पर कार्रवाई होगी या उन्हें बचाया जा कर छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी यह सब भविष्य के गर्त में है साथ ही दोषियों मे जो अभी बचे हुवे हैं उन्होंने अभी से गली निकालना शुरु कर दिया है, कुछ तो मीडिया मे आई खबरों से बोखला गये हैं व मीडिया वालो को दुसरो के जरिये धमकियाँ दे रहे हैं, जिसके सबूत भी मौजूद हैं मौका आने पर वो सबूत भी बाहर आयेंगे और दोषियों को चक्की भी पिसवायेंगे l
इस मामले में श्री गेमावत से पूछा गया तो आपने कहा कि क्वालिटी में कंप्रोमाइज हुआ है बाकी जांच रिपोर्ट में कलेक्टर साहब को पेश करुंगा l
सवाल ये उठता है की बालक प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 1 के व बालक माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने अनुविभागीय अधिकारी के सामने जनशिक्षक द्वारा सामग्री पहुँचाने की बात कहीं फिर दोषियों पर कार्यवाही क्यो नहीं हुई और दोषी शिक्षकों पर भी कार्यवाही नहीं हुई l जबकि कन्या संकुल के निर्दोष जनशिक्षको को निलंबित कर दिया गया l कन्या संकुल की कन्या माध्यमिक विद्यालय मे दल की जाँच मे गुणवत्ता पूर्ण सामग्री मिली जिस पर अधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की l वही अंग्रेजी माध्यम की प्राथमिक शाला पर राज श्री स्टेशनरी के बिल मिले, स्टॉक पंजी मे खेल सामग्री चढ़ी पाई गई परंतु खेल सामग्री नहीं यही हाल माध्यमिक विद्यालय गणपति चौक पेटलावद की भी रही l
अनुविभागीय अधिकारी और टीम ने मौके पर पंचनामा बनाया और जिला अधिकारी को सौपे गये l
जिला कलेक्टर द्वारा मात्र दो जनशिक्षक गुप्ता व बारिया को ही निलंबित किया गया बाकी दोषियों पर रहम क्यों?
सूत्रों की माने तो कलेक्टर महोदय ने पेटलावद विकास खण्ड की समस्त स्कूलों की फाइल मंगवाई है देखना है ऊँची पहुँच वाले जनशिक्षको और शिक्षकों पर क्या कार्यवाही होती हैं, साथ ही प्रशासन को चाहिए की दोषियों पर एफ आई आर भी दर्ज होना चाहिए l

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