जिला प्रशासन की लापरवाही जिले से ट्रांसफर हुवे अधिकारी भी जिले में नोकरी कर अपने विभागो में खूब भ्रष्टाचार कर रहे है ।
क्या जिला प्रशासन खुद ही भ्रष्टाचार करवाने के लिए ट्रांसफर हुवे अधिकारी का उपयोग कर रहा है ।
अगर अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही उसको रिलीज कर सभी आरोप से जिला प्रशासन अपना पल्ला झाड़ सके ।
दिलीप सिंह भूरिया
अलीराजपुर
अलीराजपुर जिले में जिला प्रशासन और उसके अधिकारी और कर्मचारी जिले से बाहर ट्रांसफर हुवे अधिकारियों को सरकारी रिकॉर्ड में ट्रांसफर हुवे अधिकारी और कर्मचारी को जिले के मलाईदार विभाग में पदस्थ कर खूब भ्रष्टाचार किया जा रहा है ।जबकि उन अधिकारी को एक साल से भी अधिक समय से पूर्व जिले से अन्य जिले में ट्रांसफर हो चुका है फिर भी जिले के विभागो में अंगद की तरह जमे हुवे है ।और खूब भ्रष्टाचार कर रहे है । प्रदेश शासन अधिकारियों और कर्मचारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर विभागो में स्थानांतरण किया जाता है ।जिससे राज्य शासन और प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे लेकिन जिले के आजीविका मिशन में विश्वजीत सिंह कुशवाह ब्लॉक समन्वयक नाम अधिकारी का ट्रांसफर अलीराजपुर से बालाघाट हो चुका है और उसको एक से डेढ़ साल पूर्व ही जिले से रिलीव कर देना चाहिए लेकिन विश्वजीत ने ना ही ट्रांसफर आदेश रोकने के लिए कोर्ट से स्टे लिया है ना कोई अन्य जगह अपना अटेचमेंट करवाया परंतु जिला प्रशासन ने उसको रिलीव करने के बदले जहा पदस्थ है वही एक साल से ज्यादा का समय हो जाने के बाद भी उसको बालाघाट रिलीव नही किया बल्कि रोजाना विभाग के काम करवाकर विश्वजीत सिंह कुशवाह से भारी भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है ।जिला प्रशासन अन्य अन्य कई विभागो में ऐसे कई अधिकारी को पदस्थ किया गया है जो विभागो में अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार कर रहे है अगर जिले में उनके भ्रष्टाचार की पोल खुले तो उनको रातों रात जिले से रिलीव कर दिया जाए और जिले में विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को तुरंत दबा दिया जाए ।जिले में विश्वजीत सिंह कुशवाह की ट्रांसफर और उसको रिलीव नही करना जिला प्रशासन की मजबूरी है या जिला प्रशासन उसके ट्रांसफर का फायदा उठा रहा है आगामी वॉइस और झाबुआ के अंक में ।