आखिर कई महीनों बाद जगा प्रशासन सरकारी भूमि को करवाया मुक्त,पेट्रोल पंप संचालक ने बिना अनुमति के रोड के आईड साइट लगा दिए गए थे पेवस

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थांदला पेटलावद रोड पर स्थित पेट्रोल पंप जोकि मुनीरा आबास के नाम पर है पेट्रोल पंप संचालक द्वारा आगे रोड के आईड़ साइड पेवश लगाकर अतिक्रमण कर लिया गया था जिसको लेकर वॉइस ऑफ झाबुआ द्वारा लगातार खबर प्रकाशित की जा रही थी साथी सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई थी कई महीने बीत जाने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की नींद खुली और दल बल के साथ सरकारी भूमि को भू माफियाओं से आजाद करवाने पहुंचा सरकारी अमला तहसीलदार पटवारी स्वच्छता निरीक्षक नगर परिषद कर्मचारी पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी में जेसीबी से अतिक्रमण तोड़ा गया

ये था पूरा मामला

थांदला पेटलावद मार्ग पर स्थित महाराजा सिनेमा रेस्टोरेंट रोड पर बने गोडाउन जोकि पूर्ण रूप से सरकारी भूमि पर बना हुआ था जिसको लेकर वाइफ ऑफ झाबुआ द्वारा नियंत्रण खबर प्रकाशित की गई और उसे जमीन दोष करवाया गया था उसके पश्चात उसके निकट बने पेट्रोल पम्प जिसका हल्का नं. 33 स्थित शासकीय भूमि सर्वे नं. 492 / 2 रकबा 0.43 है उक्त मद की भूमि में मुनीरा पति अब्बास बोहरा द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करते हुए बिना अनुमति पाइप डालकर उसके पास की 35 बाय 120 फीट भूमि पर मिट्टी का भराव कर पेवर्स लगाकर अतिक्रमण किया गया है, जो भरावभूमि सर्वे नम्बर 485 / 3 के भूमि स्वामी द्वारा किया गया है को देखते हुए वॉइस ऑफ झाबुआ द्वारा इस अवैध अतिक्रमण के बारे में भी कई बार अपने समाचार पत्रों में इसकी खबर लगाने के बाद भी कोई पकरी प्रक्रिया सामने नहीं आने के बाद 181 शिकायत करने के बाद प्रशासनिक अधिकारी सरकारी भूमि को मुक्त पहुंच करवाने पहुंचे तहसीलदार को मिली वही पटवारी जयंतीलाल व अशरफ ने इसका मौके पर पंचनामा बनाते हुए क्रमश: 13 मई 2022 एवं 13 जून 2022, 13 अक्टोबर 2022 को प्रस्तुत करते हुए भू माफिया द्वारा अतिक्रमण होने की पुष्टि की। उक्त रिपोर्ट के आधार पर प्रभारी तहसीलदार अनिल भगेल द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर अनावेदक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया वही अतिक्रमणकारी द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीपर जेसीबी द्वारा उक्त अतिक्रमण को हटाते हुए शासकीय भूमि को मुक्त कराया है। तहसीलदार ने बताया कि अतिक्रमणकारी को 15 हजार रुपये के दण्ड से दंडित करते जेसीबी सम्बंधित समस्त कार्यवाही का मुआवजा भी वसूला जाएगा।

पेटलावद रोड़ पर और भी है अतिक्रमण जिसे मुक्त कराना टेढ़ी खीर

भू माफियाओं द्वारा शासकीय भूमि को निजी बताकर बेचा अपने राजनीतिक प्रभुत्व के चलते शासकीय भूमि पर कब्जा करना करवाना कोई नई बात नही है । हालांकि इस कार्यवाही से भू माफियाओं में हड़कंप जरूर मच गया है लेकिन उनके लिए यह कार्यवाही नाक के सेड़े के समान है अतिक्रमण में सबसे अहम भूमिका किसकी रहती है और किस प्रकार से यह लोग सरकारी भूमियों पर अतिक्रमण करवाते हैं आपको बताएंगे अगले अंक में वॉइस ऑफ झाबुआ l

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