आपका भियां निकलेश डामोर
अरे भियां जरां पता तो करों…आखिर कौन है ये जो कलेक्टर कार्यालय के एक विभाग में पदस्थ संविदा अधिकारी…जिसे अपने चहेते सप्लायर से बडा है प्रेम…जिसके साथ घंटों घंटों बिताता है कार्यालय मेें समय…सुना है भियां… इस सप्लायर से इस संविदा अधिकारी का इतना प्रेम है कि सप्लायर के मनमुताबिक सप्लाय के टेंडरों में ये नियम शर्ते लागु कर देता है…जैसे सप्लायर चाहता है वैसा ये अधिकारी कर देता है….सुत्र बताते है अधिकारी बडा रसिया है और इसकी हवस की प्यास बुझाने के लिए सप्लायर खुब रस भरियां लाकर इसे देता है…रस भरियां दो और टेंडर पाओं…सुना तो ये भी है पहले ये अधिकारी जहां पदस्थ था वहां भी इसने महिला के साथ छेडखानी का कांड किया था…उसी चक्कर में इसकी पत्नी ने इसी चप्पल चप्पल से धुलाई की…और मामला यहां तक आ गिया था…मगर भला हो तात्कालीन कलेक्टर का जिन्होने इसे ज्यादा धुलाई से बचा लिया…इस टेंडर के खेल में इस अधिकारी को लक्ष्मी यंत्रों की भी प्राप्ती है…और इसी वजह से न तो ये किसी भी अन्य अधिकारी की सुनता है…हर रोज ये शराब शबाब की महफिल अपने चहेते सप्लायर के साथ सजाता है…सुना है एक वीडियों भी इसका बना है…जो सप्लायर के पास है…जिले के अधिकारी संभल जाओं इस सप्लायर के चक्कर में कई अधिकारी कर्मचारी बदनाम हो सकते है…बडी बात तो यह है कि ये सप्लायर गुणवत्ता विहिन सामग्री सप्लाय करता है….और जितनी संख्या होती है उस हिसाब से माल ही नही पहुंचता है…. फिर होती है कागजों में हेराफेरी और मिलती है लक्ष्मी यंत्रों की सौगात… जिला प्रशासन सहित…जिले के नेता नगरी को भी इस ओर ध्यान देना नितांत आवश्यक है ताकि ऐसे लोगों की वजह से पुरे जिले की छवि खराब न हो सके,बाकि अगले अंक में…..लेकिन हां भियां आप भी पता करों कौन है ये रसिया अधिकारी और हम भी पता कर रे….आपको पता चले तो हमको बताना और हमकों पता चलेगा तो आपको बतायेंगे…..