कौन है ये फर्जी जांच दल…!
जो छात्रावासों में जांच के नाम पर कर रहे है 10-15 हजार की वसुली…!
पहचानिये इन्हें और हो जाईयें आप भी सावधान…!
झाबुआ। आदिवासी बाहुल्य जिले हर कोई लुटने ही आता है क्या… अब देखों भाई भोपाल से एक जांच दल आता है… जिसकी जानकारी न तो कलेक्टर को होती है और न ही संबधित विभाग को… लेकिन ये फर्जी जांच दल अधिकारी बन छात्रावास अधीक्षकों को ऐसे डारा रहा है जैसे कि सच में ये वरिष्ठ अधिकारी हो… और लगता है अधीक्षक भी नासमझ है तभी बिना विभाग से संपर्क किए दस्तावेजों की जांच करनें दे रहे है।
सुना है आज कोई जांच के नाम पर फर्जी जांच दल जिले पहुंचा… और जिले के पिटोल, मेघनगर, थांदला आदि क्षेत्रों के छात्रावासों में पहुंचा जहां उन्होने बताया कि वो भोपाल से आये है और दस्तावेजों की जांच करना है। इस फर्जी टीम ने छात्रावासों के दस्तावेजों की जांच भी की और कुछ कमी पेशी मिली तो उनसे 10 से 15 हजार रूपयें की वसुली की। ये वसुली गैंग कई छात्रावासों में पहुंची। लेकिन किसी भी अधीक्षक ने अपने वरिष्ठों को इस बात से अवगत नही करवाया। जब कुछ अधीक्षक को शंका हुई तो उन्होने पुछताछ की… तो ये फर्जी गैंग वहां से भाग निकली। विभाग से पता किया तो इस तरह की कोई टीम भोपाल से नही आई है। ऐसे में आप भी सावधान रहिये और सर्तक हो जाईयें ऐसे लुटेरों से जो गैंग बनाकर आते है और लुट कर चले जाते है। आओ हम सब मिल कर पता लगाते है कहां से आई थी ये फर्जी गैंग और कौन थे ये लुटेरे… हम भी पता कर रहे है आप भी पता किजीये और पहचानियें कौन है ये लोग।