अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्वावधान में अणुव्रत अमृत महोत्सव मनाया

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करवड़ से विनोद शर्मा

अणुव्रत आंदोलन प्रवर्तन का गौरवशाली 75वां वर्ष अणुव्रत अमृत महोत्सव स्थान करवड़ संकल्पों से संसार सजाने का सुन्दर उपक्रम है “अणुव्रत । अणु अर्थात छोटा, व्रत अर्थात नियम जन-जन में मानवीय मूल्यों को प्रतिस्थापित करने के पवित्र उद्देश्य से फाल्गुन शुक्ला द्वितीया 1 मार्च 1949 को भारत के महान संत आचार्य श्री तुलसी ने राजस्थान के सरदार शहर कस्बे से अणुव्रत आन्दोलन का प्रवर्तन किया। इन 75 वर्षों में अणुव्रत आंदोलन को आचार्य श्री तुलसी, आचार्य श्री महाप्रज्ञ व वर्तमान में आचार्य श्री महाश्रमण जैसे तपस्वी संत महात्माओं का अनुशास्ता रूप में आध्यात्मिक मार्ग दर्शन मिलता रहा है।
अणुविभा के संक्षिप्त नाम से लोकप्रिय अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी, अणुव्रत आंदोलन की प्रतिनिधि संस्था है, जो संयुक्त राष्ट्र संघ के
सिविल सोसायटी विभाग से सम्बद्ध एक वैश्विक संस्थान है। अणुविभा के नेतृत्व में लगभग 200 समितियां व अणुव्रत मंच के हजारों
कार्यकताओं के माध्यम से आंदोलन की गतिविधियों को विस्तार देते है। …करवड़ के अध्यक्ष अरुण एसबी श्रीमाल ने बताया कि अणुव्रत आन्दोलन के 75 वें
स्थानीय समिति करवड़ स्थापना दिवस के उपलक्ष में अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष 21 फरवरी 2023 से लेकर 12 मार्च 2024 तक चलेगा। इस दौरान व्यक्ति निर्माण, समाज निर्माण और कार्यकर्ता निर्माण लक्षित अनेक प्रकल्प समायोजित किये जायेंगे।
अणुव्रत समिति .के मन्त्री जयेश मांडोत ने बताया कि अणुक्त अमृत रैली एवं प्रेस कांफेंस के आयोजन से सैंकड़ो स्थानों पर अणुव्रत अमृत महोत्सव का भव्य आगाज किया जा रहा है।

कार्यक्रम संयोजक
तरुण मांडोत.ने बताया कि झण्डा फहराकर (फ्लैगऑफ) से अणुव्रत अमृत रैली यहाँ पर किया । अणुव्रत दर्शन को मुखरित करती इस रैली में शुभारम्भः पुलिम चौकी प्रभारी ने 9 बजे अणुव्रत आचार संहिता के 11 नियमों की तख्तियां विशेष आकर्षण पैदा कर रही थी। अणुव्रत गीत “संयममय जीवन हो’ संयम की चेतना
जागृत कर रहा था। अणुव्रत के नारे अणुव्रत को अनुगुंजित कर रहे थे।
इस रैली में ग्राम पंचायत करवड़ समिति ..इन संस्थाओं ने भरपूर ..झांकियों आदि से रैली की भव्यता में इजाफा हो रहा था। विनायक स्कूल आदर्श स्कूल के सहयोग से सभा में परिवर्ति हो गई।
सभा में सान्निध्य..
मिला। मुख्य अतिथि / मुख्यवक्ता ने कहा कि अणुक्त स्वस्थ समाज संरचना की बुनियाद है। जो लोग अपने समाज को स्वस्थ

बनाना चाहते हैं, वे व्यक्ति जीवन को अणुव्रत आचार संहिता में डालने का प्रयास करे। इस आयोजन का जमीनी असर यह हुआ कि अणुक्त से प्रभावित होकर समागत अनेक व्यक्तियों ने जीवन की बेहतरी के लिए सामुहिक रूप से अणुव्रत संकल्पों को स्वीकार किया। इस प्रकार जनमानस में/ (आम अवाम में) अणुव्रत के प्रति निष्ठा व संयम की चेतना जागृत करती अणुव्रत अमृत महोत्सव शुभारम्भ समारोह की रैली एवंप्रेस कांफ्रेंस बहुत सार्थक रही।

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