विजय कनेश
सोंडवा तहसील के ग्राम पंचायत रोशिया में ग्राम सभा आयोजित की गई।जिसमे अपने गांव, समाज को किस तरह से कर्ज में डूबने से बचाया जा सके। तथा अपनी प्रारंपारीक संस्कृति को बचाने ओर युवा पीढ़ी को सही दिशा में बढ़ाने के विषय में चर्चा की गई। ग्राम सभा की सर्व सहमति से गांव में धवनी प्रदूषण नियंत्रण हेतु डीजे बजाने पर रोक लगाई । यह अब पारम्परिक वाद्य यंत्र ढोल,मांदल से सादी की जाएगी। विदेशी शराब, कोलड्रिंक पर भी प्रतिबंध लगाया यहां अब सादी में महुए की बनी देशी दारू , ताड़ी का पूजा के लिए उपयोग किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर भी सिकंजा कसा, मोबाईल से लड़की का वीडियो बना कर पोस्ट पर ग्राम सभा दण्डित करेगी।
वर्तमान में सोशल मीडिया पर अनेक यू ट्यूब चेनल बना कर असलिल गानों से एडिट कर बहन बेटी का वीडियो वायरल किया जा रहा है। ऐसे में लड़कियों की सवी धूमिल हो रही है उस पर गहन विचार कर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर लगाम लगाया
रोशिया गांव में हो रहे कार्यक्रमों में नाच गाना करते हुए किसी के द्वारा वीडियो ग्राफी नहीं की जाएगी । चोरी छुपे किसी ने यह कार्य किया तो उसे ग्राम सभा के द्वारा 10000 रुपए से दण्डित किया जाएगा।
रोशिया के करचन पटेल ने कहा कि गांव में उक्त निर्णय का पालन किया जाए तथा अपनी आदिवासी परंपरा को कायम रखा जाए । हम प्रकृति पूजक है धर्म परिवर्तन नहीं होगा।किसी भी धर्म के धार्मिक लोग गांव चोरी छुपे धर्म परिवर्तन जैसा कार्य करते हैं ऐसा करता पाया गया तो कारवाई की जाएगी।
यहां दहेज प्रथा भी नाममात्र है।
दहेज के नाम से लाखो रुपए की मांग की जाती है सादी के बाद कर्ज में डूबे परिवार गुजरात जा कर कठिन मेहनत कर कर्ज चुका रहे हैं। अपनी बेटी को इस से मुक्त करने के लिए यहां
अपनी परंपरा रीति रिवाज संस्कृति को बचाए रखने के लिए लड़के पक्ष से मात्र 15575 लिए जाते है। यहां लड़की को बहुत सम्मान दिया जाता है लड़की के मा बाप सादी में घरेलू उपयोग की सामग्री तथा अन्य सामग्री गिफ्ट दिया जाता। इस गांव से आदिवासी समाज को बहुत कुछ सीख मिलती है।
ग्राम पंचायत चिखोडा की ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया। लिया महत्वपूर्ण फैसला।
चिखोड़ा मे गांव के मुखिया फुलसिंह पटेल और गांव के सभी सदस्यों के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि अपने गांव मे दहेज प्रथा केवल 52000 हजार लेना और देना और 6 जोड़ी कपड़े तय किये गये और गांव मे शादी के कार्यक्रम में या बारमा के कार्यक्रम में विदेशी दारू हमेशा बंद रहेगा और सिर्फ महुआ का दारू और ताड़ी का प्रचलन रहेगा, अगर कोई व्यक्ति के द्वारा अपने रिश्तेदारों या गांव के लोगों को विदेशी दारू पिलाता हुआ पाया गया तो गांव के मुखिया पटेल और गांव के सभी सदस्यों के द्वारा दण्डित किया जायेगा, जिसमे 20000 का दंड रखा गया है और शादी के कार्यक्रम में केवल घर के डोलिए और मामा को डोलिए या डीजे लाने का हक रहेगा और अपनी बहन, भुआ और रिश्तेदारों को डीजे लाने के लिए सख़्त मना कर दिया है और शादी के कार्यक्रम मे सजावट के लिए जो कागज जमाई (जीजा, बुआ)से मंगवाया जाता है उसे पूर्णतः बंद कर दिया है और शादी के घर वाले को ही शादी में सजावट के लिए उपयोग वाले कागज करने होंगे और धानुक परिवार वालों के लिए दहेज प्रथा सिर्फ 40000 हजार रुपए और 6 जोड़ी कपड़े लेने का निर्णय लिया गया है । गाँव में अगर कोई धर्म परिवर्तन करता हैं तो उसे मूल दस्तावेज गाँव में जमा कर गाँव से बाहर कर दिया जाएगा। ग्राम सभा, ग्रामवासियों और गांव के पटेल फुलसिंह तोमर और अन्य सभी सदस्यों की सर्वसहमति से यह निर्णय लिया गया है। ग्रामवासियों के निर्णय के खिलाफ़ अगर कोई व्यक्ति कार्य करता है तो ग्राम सभा द्वारा दण्डित कर अनुशासनात्मक कारवाई की जाएगी जिससे समस्त जिम्मेदारी उस व्यक्ति की रहेगी । ग्राम पंचायत चिखोड़ा द्वारा जनहित में जारी सूचना ।