दीक्षांत शर्मा जोबट
स्थानीय गायत्री स्कूल के समीप स्थित कॉलोनी के वासीयों ने आज डोही नदी पर बन रहे पुल पर धरने पर बैठकर अपनी मांगों को पूरी करने को लेकर आवाज उठाई है। साथ ही पुल से आवागमन के लिए जाने वाले रास्ते को बंद करने के लिए आवाज बुलंद की , कॉलोनी मे पहुंचने के लिए मार्ग बनवाने की मांग को लेकर एसडीएम के नाम तहसीलदार को ज्ञापन दिया। इसी मांग को लेकर पहले भी यहां के निवासियों ने दो बार एसडीएम को आवेदन दिया था , प्रशासनिक अधिकारी गरिबो की समस्या को ठंडे बस्ते है डाल चुकी है प्रशासनिक अधिकारि सिर्फ AC रूम में बैठे है जनता लाचार है कभी आवेदन कभी निवेदन करती है लगता हे अधिकारियों को जनता की समस्या से लेना देना नही है ना ही इस ओर कोई ध्यान देने वाला है
बता दे डोही नदी पर पिछले दो साल से सेतु निर्माण विभाग द्वारा पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिसका काम अब लगभग पूरा होने आया है लेकिन अभी तक गायत्री कॉलोनी वासियों को कालोनी में जाने के लिए कोई रास्ता नही दिया गया और निर्माणाधीन पुल के कारण पहले जो रास्ता था उसे भी बंद कर दिया गया है। बन रहे पुलिया के समीप स्कूल भी स्थिति है मगर अधिकारियों ने बांधी काली नही खुल पा रही है जिसके कारण कॉलोनी के रहवासियों ओर स्कूल में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्या कॉलोनी वासी व बच्चे के लिए निर्माण होने से पहले बने नक्से में पहले से कोई इंतजाम नही किया गया या फिर सब कुछ देख कर भी मौन बैठना जायज है । कालोनी के साथ ही यहां पर प्रमुख मंदिर भी स्थित है उन मंदिरों में जाने का एकमात्र रास्ता था उसे पुल निर्माण के चलते बंद कर दिया है। अब कालोनी वासियों के सामने यह बड़ी समस्या है की वो अपने घरों तक केसे आना जाना करे। इसी समस्या को लेकर आज यहां धरना देकर अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई और तहसीलदार को ज्ञापन दिया है। साथ ही यहां के वासियों ने कहा है की हमे अगर रास्ता नही दिया गया तो हम भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ खबरे लगने के बाद लीपा पोती का काम करते है निर्माण होने से पहले ही अधिकारियों को व जन प्रतिनिधियों को आवागमन में आने वाले रास्ते के लिए कुछ समाधान निकलना जरूरी था ।