@वॉइस ऑफ झाबुआ
भानु भई भानुदय हुआ है..ओर अब विधान सभा चुनाव भी नज़दीक है.. ऐसे में कार्यकर्ताओं को तव्वजो देना भी ज़रूरी है.. मगर क्या करे आपका मित्र थानाप्रभारी आपकी ही लुटिया डुबो कर ही जाएगा.. अभी से के रिया हूँ.. उपचुनाव में भी मेने जो जो किया था वो वो हुआ… माना आपका दोस्त है मगर कुछ दिन पहले ही नगर के एक वरिष्ठ भाजपा नेता काम होने के बाद भी इसने ग़लत बर्ताव किया.. नगर की जनता कह रही है इसे आपका सरक्षण प्राप्त है ओर आपके नाम से ये किसी से भी बुरा बर्ताव कर रहा है ओर वर्ग विशेष के लोगों के काले कारोबार जेसे जुआ सट्टा शराब बड़े का मांस आदि को सरक्षण दे जमकर लक्ष्मी यंत्रो की उगाही कर रहा है.. सारे लक्ष्मी यंत्र थाना प्रभारी का गुर्गा करता है.. इसको गुर्गे को भी बड़ी लालच है.. इसको भी अलग से लक्ष्मी यंत्र चाहिए… ओर अय्याशी के लिए समय समय पर गाड़ी.. इसलिए थाना प्रभारी का ये चहेता है.. अभी तो इन्होने जातिवाद का भी दंश फेला दिया है.. बेचारे भील पुलिस कर्मियों को ये बड़ा परेशान करते है ये अगले अंक में बताऊँगा.. भानु भई वोट यहाँ की जनता देगी… ये थाना प्रभारी नही.. आप कुछ कहते नही इस लिए इसके होसले बुलंद है… ओर ये किसी से भी बुरा बर्ताव कर लेता है.. कितना बुरा लगा होगा उस युवक को जब वो वरिष्ठ भाजपा नेता की बात करने गया होगा… आज उस युवक की भी समाज में अलग पहचान है.. इस लिए ध्यान रखो भाजपा सरकार में भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ बुरा बर्ताव होता है तो आपके लिए शर्म की बात है..!
अगर ऐसा कार्यकर्ताओ के साथ होता है तो इससे अच्छा कार्यकाल लक्ष्मण नायक का होगा कार्यकर्ताओं के लिए वो लड़ भीड़ लेते थे। ऐसा रहा तो केसे चुनाव जीत पाओगे..!