खबर का असर
जोबट खंड शिक्षाअधिकारी प्रताप डावर को हटाने के साथ साथ शिक्षक पद से भी किया निलंबित
जिला कलेक्टर की कार्यवाही से जिले में हड़कंप ।
जिले के शिक्षा विभाग की लगातार काली करतूतों ने जिले को बदनाम करके रख दिया है ।।
दिलीपसिंह भूरिया
बीते दिनों अलीराजपुर जिले के सोसल मीडिया ग्रुप में एक ऑडियो जोबट बीईओ और हॉस्टल अधीक्षिका का वायरल हुवा था जिसमे भ्रष्टाचार को बड़ावा देने में बीईओ जोबट को ही माना गया जिसके तहद आज जिला कलेक्टर ने बीईओ श्री प्रतापसिंह डावर, प्रधान अध्यापक पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड जोबट एवं श्रीमती रेला मोर्य, अधीक्षिका कस्तुरबा गांधी बालिका छात्रावास जोबट के मध्य इलेक्ट्रानिक सोशल मिडिया पर परितोषण संबंधी खबर का प्रसारण को संज्ञान में लेते हुए गंभीर वित्तिय आरोप की जांच संयुक्त कलेक्टर जिला अलीराजपुर से कराई गई
सोसल मीडिया में अधीक्षिका और जोबट खंड शिक्षा अधिकारी की बजट की राशि में से राशि वापस मांगने का ओडियो वायरल होने के बाद सभी समाचार पत्रों और पोर्टलों ने खबर प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था, जिसके के बाद उनको तत्काल खंडशिक्षा अधिकारी के पद से पदमुक्त करके उनको उनकी कार्यक्षेत्र में पदस्थ किया था और यथावत उनको शिक्षक के रूप में उनके मूल कार्यक्षेत्र की स्कूल भेज दिया था वहीं आज जिला कलेक्टर माननीय राघवेंद्र सिंह ने प्रताप डावर को शिक्षक पद से भी निलंबित कर दिया सारी जानकारी विशेष आदेश से प्राप्त हुई है।
जिला शिक्षा विभाग में बीते एक माह में तीन खंड शिक्षा अधिकारी और छह हॉस्टल अधिक्षिकाओ के प्रभार बदलना जिले में चल रहे शिक्षा विभाग में हॉस्टल में आने वाली राशि की बंदरबाट की पोल खुलने का ही नतीजा है और सहायक आयुक्त ही इसकी मूल वजह है जिनको अलीराजपुर जिले में कई बार पद से हटाया जा चुका है जिला कलेक्टर माननीय राघवेंद्र सिंह जी को छोटी मछलियों पर कार्यवाही करने से बड़े मगरमच्छ को कोई फर्क नहीं पड़ा ।आपको सबसे पहले मगरमच्छ पर ही कार्यवाही करनी चाहिए जिससे ईमानदारी की शिक्षा देने वाला विभाग भ्रष्टाचार और बेइमानी का अड्डा बनता जा रहा है ।।