विजय कनेश/ काचला चौधरी
अलीराजपुर जिला शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पिछड़ा जिला है।
सोंडवा तहसील के अनेक गांव में शिक्षा की गुणवत्ता बहुत ही कमजोर है। होगी भी क्यो नही क्योंकि यहां अतिथि शिक्षक के भेरोसे ही संचालन हो रहा है इके दुके नियमित शिक्षक है जो विद्यार्थियों की चिंता को छोड़ नेतागिरी करने में लगे हुए हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं सोंडवा तहसील के ग्राम चिलवट पटेल फलिया माध्यमिक विद्यालय की जहा एक शिक्षक नियुक्त है। नाम ईडल सिंग चौहान बताया जा रहा है। वॉइस ऑफ झाबुआ की टीम वहा पहुंची तो वह पाया कि सप्ताह में दो या तीन दिन ही उपस्थित होते हैं। संयोग वस इंतजार के बाद लेट से शिक्षक स्कूल पहुंचे जब हम ने उनसे बात की शिक्षक ने ईमानदार दिखाते हुए बताया कि हम की हम सप्ताह में पूरे दिन स्कूल में उपस्थित नहीं होते हैं जूठ काहे को बोले। जब उनसे सवाल किया कि आप अनुपस्थित रह कर बच्चो का भविष्य खराब कर रहे हैं तो अपने असली रूप में आया । नहीं आते तो नहीं आते क्या है आप को जो करना है करो । हमें किसी का डर नहीं है। हमने नेताओ से बात की है जल्दी ही यहां से ट्रांसफर करा लेंगे।
अब सवाल यह उठता है कि शिक्षक ही राजनीति ओर दादागिरी करने लगे तो क्या होगा देश के भविष्य इन बच्चो का । केसे होगा शिक्षा में सुधार। पत्रकार एक आयना है अवगत कराने पर कारवाई नहीं हुई तो उन अधिकारी को बक्सा नहीं जाएगा मुख्यमंत्री शिवराज ।
क्या इन शिक्षक पर होगी कार्रवाई या नहीं।
सरदार चौहान बीआरसी सोंडवा ने बताया कि बच्चे देश के भविष्य है ऐसी लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कारवाई की जाएगी।