शिवराज मामा के भांजे भांजी जान जोखिम में डालकर आते हैं शिक्षा प्राप्त करने
पियुष राठौड़ झकनावदा
झकनावदा – प्रतिदिन स्कूली छात्र छात्राओं को आसपास के क्षेत्र से झकनावदा शिक्षा के लिए स्कूल आना पड़ता है। लेकिन यही मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान मामा के भांजे भांजी अपनी जान जोखिम में डालकर ओवरलोड बस में ऊपर बैठकर आते जाते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि बस कंडक्टर ड्राइवर स्कूली छात्र छात्राएं डेली आवाजाही में कम किराया देते हैं तो कंडक्टर बच्चों को बस की छत पर बिठाकर ले जाते हैं। और इस और स्थानीय पुलिस प्रशासन का भी कोई ध्यान आकर्षित नहीं है। अगर स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता है तो मामा के भांजे भांजी ऊपर कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। वहीं प्रशासन द्वारा साइकिल वितरण कर सत्ता पक्ष के बड़े-बड़े पदाधिकारी के द्वारा साइकिल वितरण कर खूब प्रचार प्रसार कर जन हितेषी सरकार होने के दावे किए लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है ग्रामीण आंचलिक क्षेत्रों में प्रशासन ने स्कूल तो खोल दिए पर स्कूलों में शिक्षक नहीं है उसी वजह से बड़ी मात्रा में अपने नजदीकी बड़े कस्बे में शिक्षा लेने हेतु बड़ी मात्रा में स्कूली छात्र आते हैं और बड़ी मात्रा में नगर से राजगढ़ एवं पेटलावद भी कई विद्यार्थी रोज यात्रा करते हैं प्रशासन की लापरवाही तो इतनी देखी जा सकती है की प्राइवेट विद्यालय द्वारा भी जो वाहन संचालित किए जा रहे हैं उस पर परिपक्व अनुभवी चालक ही नहीं है आए दिन नए-नए चालकों द्वारा वाहन संचालन किया जाता है प्रशासन को चाहिए इन प्रकार की ओवरलोडिंग एवं परिपूर्ण चालक द्वारा वाहन संचालन किया जा रहा है । या नहीं चालक के पास लाइसेंस है। वाहन का बीमा फिटनेस कंप्लीट है या नहीं उक्त कार्यवाही स्थानीय प्रशासन को करना चाहिए। अन्यथा किसी दिन बड़ी दुर्घटना अंचल में घट सकती है।